मुंबई में आयोजित वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट (Waves) 2025 इस बार बॉलीवुड और ओटीटी की दुनिया के लिए एक ऐतिहासिक मंच बन गया। इस इवेंट में एक साथ मंच शेयर किया अभिनेता सैफ अली खान और नेटफ्लिक्स के को-सीईओ टेड सारानडोस ने। दोनों दिग्गजों ने स्ट्रीमिंग की दुनिया में भारतीय कहानियों के विकास, दर्शकों के बदलते रुझान और रचनात्मकता की नई उड़ानों पर खुलकर चर्चा की।
सैफ अली खान को बताया ओटीटी का स्टार
इस खास सत्र का नाम था- Streaming the New India: Culture, Connectivity and Creative Capital, जिसकी मेजबानी खुद सैफ अली खान ने की। टेड सारानडोस ने मंच पर सैफ को ओटीटी की दुनिया का पहला बड़ा सितारा बताते हुए कहा कि जब नेटफ्लिक्स ने भारत में अपने कदम रखे, तो सैफ पहले ऐसे स्टार थे जिन्होंने इस डिजिटल बदलाव को अपनाया और सेक्रेड गेम्स जैसी आइकॉनिक सीरीज का हिस्सा बने।
भारत में नेटफ्लिक्स के सफर पर की बात
टेड ने कहा कि पिछले नौ सालों में नेटफ्लिक्स ने भारत में लंबा सफर तय किया है और इस बदलाव का श्रेय भारतीय दर्शकों को जाता है, जिनकी रुचि और जिज्ञासा ने ओटीटी कंटेंट को नई दिशा दी। उन्होंने ये भी बताया कि कोविड के बाद नेटफ्लिक्स ने भारत में लगभग 2 बिलियन डॉलर का निवेश किया है, जो ये दर्शाता है कि देश की डिजिटल कहानी किस तेजी से आगे बढ़ रही है।
वहीं, सैफ अली खान ने इस मौके पर अपने अनुभव शेयर करते हुए कहा कि डिजिटल जरिए ने कलाकारों और निर्देशकों को क्रिएटिव आज़ादी दी है। उन्होंने कहा कि एक समय था जब सिनेमा पारंपरिक ढांचे में बंधा हुआ था, लेकिन ओटीटी ने इन बंधनों को तोड़ा है और अब कहानीकारों के पास दुनिया भर के दर्शकों तक पहुँचने का मौका है।
सैफ ने ओटीटी पर की बात
सैफ ने ये भी कहा कि अब कलाकारों को सिर्फ बॉक्स ऑफिस नंबरों तक सीमित नहीं रहना पड़ता, बल्कि वो उन कहानियों पर काम कर सकते हैं जिन्हें वो सच में कहना चाहते हैं। उन्होंने इसे ‘रचनात्मक मुक्ति’ करार दिया और बताया कि कैसे सेक्रेड गेम्स जैसे शो ने उनकी सोच और कॅरियर को एक नया आयाम दिया।
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