कॉमेडियन और एक्टर वीर दास ने हाल ही में अपने ससुर को खो दिया। इस दुखद मौके पर वीर ने अपने अंदाज में उन्हें विदाई दी।। सोशल मीडिया पर एक इमोशनल पोस्ट शेयर करते हुए उन्होंने परिवार और दोस्तों की भावनाओं को लेकर और जिंदगी की हकीकत को बेहद खास अंदाज में बयां किया।
वीर दास ने ससुर को पिछले हफ्ते दी विदाई
वीर दास ने बताया कि इस हफ्ते उन्होंने अपने ससुर को अंतिम विदाई दी। पोस्ट में उन्होंने लिखा कि उन्होंने सभी रिच्युअल्स का पालन किया- आईसीयू, अस्पताल की दौड़भाग, एम्बुलेंस, अंतिम संस्कार, हरिद्वार की यात्रा, प्रार्थना सभा और वो तमाम रस्में जो किसी के जाने के बाद होती हैं। लेकिन इन सबके बीच जिस चीज ने उन्हें सबसे ज्यादा छुआ, वो था परिवार और दोस्तों का साथ।
पारिवारिक रिश्तों पर खुलकर बोले वीर दास
उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि भारतीय पारिवारिक जमावड़ा जितना खूबसूरत होता है, उतना ही अस्त-व्यस्त भी। एक साथ कई लोग इकट्ठा होते हैं—कोई रोता है, कोई चुपचाप गले लगाता है, कोई कुछ कर गुजरने की कोशिश में बिजी दिखता है। ऐसे मौकों पर रिश्तों की गहराई और संवेदनाएं खुलकर सामने आती हैं।
वीर दास ने अपने चिर-परिचित मजाकिया अंदाज में इस विदाई को एक अलग ही रूप में देखा। उन्होंने लिखा कि खाली पड़े घर अचानक लोगों से भर जाते हैं। कोई हवाई सफर से आता है, कोई जल्दी निकलता है, कोई खाने का सामान लेकर पहुंचता है। बातचीत लंबी होती है और विदाई कभी आसान नहीं होती। इस पूरी प्रक्रिया में लोग न सिर्फ दुख में शामिल होते हैं, बल्कि एक-दूसरे के साथ जुड़ जाते हैं।
वीर दास का पोस्ट हुआ वायरल
वीर ने आगे लिखा कि इन दिनों में लोग हंसते हैं, खाते हैं, पुराने किस्से दोहराते हैं और कुछ पल के लिए ऐसा लगता है जैसे वो इंसान जिसे हमने खो दिया, हमारे बीच अब भी जिंदा है। और शायद यही ‘आफ्टरलाइफ’ है—जिस्म छोड़कर वो हमारी हंसी, हमारे शब्दों, हमारे अनुभवों में जिंदा रहता है।
उनकी इस पोस्ट पर सोशल मीडिया यूजर्स ने गहरी सहानुभूति जताई और वीर की सोच की तारीफ भी की। कई लोगों ने कमेंट कर लिखा कि उन्होंने दुख के पलों को इतनी खूबसूरती से शब्दों में बांधा कि वो दिल को छू गया।
यह भी पढ़ें: Khushboo Patani कौन? जो बच्ची की जान बचाकर छू गईं लोगों का दिल