Vinod Khanna Birth Anniversary: 70 के दशक में बॉलीवुड पर राज करने वाले सुपरस्टार विनोद खन्ना (Vinod Khanna) अपने स्टारडम के दिनों में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) को टक्कर दिया करते थे। विनोद खन्ना ने कई हिट फिल्मों में काम किया हैं। उन्होंने अपने 6 अक्टूबर 1946 में पाकिस्तान के पेशावर में जन्म विनोद खन्ना ने साल 1968 में सुनिल दत्त (Sunil Dutt) की फिल्म ‘मन का मीत’ से डेब्यू किया था। हालांकि, अपनी पहली ही फिल्म में एक्टर ने विलेन का किरदार निभाया था। इसके बाद भी उन्होंने कई फिल्मों में विलेन के किरदार निभाया।
इसके बाद एक्टर ने लीड हीरो के तौर पर फिल्म ‘हम तुम और वो’ से अपनी शुरुआत की थीं। फिल्म को खूब पसंद किया गया था और एक हीरो के तौर पर विनोद खन्ना ने अच्छी-खासी पहचान बनाने के साथ-साथ अपनी अच्छी खासी पहचान भी बनाई। अपने लंबे करियर में विनोद खन्ना ने साल 1971 से लेकर 1982 तक लगभग 47 फिल्मों में काम किया, जिनमें से कुछ हिट तो कुछ फ्लॉप भी रहीं।
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Amitabh Bachchan को टक्कर दिया करते थे Vinod Khanna
विनोद खन्ना (Vinod Khanna) और अमिताभ बच्चन ने एक साथ करीबन10 फिल्मों में काम किया है, जिनमें उनकी पहली फिल्म ‘रेश्मा और शेरा’, जिसके बाद दोनों ने ‘मुकद्दर का सिकंदर’, ‘अमर अकबर एंथनी’, ‘परवरिश’, ‘खून पसीना’ और ‘हेरी फेरी’ जैसी फिल्मों में काम किया है। सभी फिल्मों में अमिताभ के साथ-साथ विनोद के भी अभिनय को खूब पसंद किया गया था। उनकी फैन फॉलोइंग इतनी बढ़ गई थी कि सीधा अमिताभ बच्चन को टक्कर देने लगे थे।
पिता ने Vinod Khanna पर तान दी थी बंदूर
विनोद खन्ना के कई किस्सों में एक किस्सा उनके बचपन और पिता का भी है। सुपरस्टार के पिता ये कभी नहीं चाहते थे कि वो बड़े हो कर एक्टर बनें, लेकिन विनोद को बचपन से ही एक्टिंग का शौंक था, जो स्कूल में एक ड्रामा में हिस्सा के बार जुनूनी बन गया था। पिता चाहते थे कि वो उनका बिजनेस संभाले, लेकिन उन्होंने एक्टिंग में अपना करियर बनाने का फैसला कर लिया था और जब ये बात उनके पिता को पता लगीतो उन्होंने अपने ही बेटे विनोद के सिर पर बंदूक तान दी थी, लेकिन उन्होंने अपने करियर अभिनय की दुनिया में ही बनाया।
मोह माया छोड़ एक्टर बन गए थे संत
विनोद खन्ना (Vinod Khanna Birth Anniversary) ने बेहद तेजी से फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई। एक्टर की करोड़ की फैन फॉलोइंग हो चुकी थीं। उस जमाने में लड़कियां उनके पीछे पागल थीं, लेकिन एक्टर ने सभी तब चौका दिया, जब वो अपने करियर के पीक पर थे और वो अचानक सब कुछ छोड़-छोड़ कर ओशो के आश्रम चले, जहां वो संतों की तरह रहा करते थे। इतना ही नहीं फिल्म इंडस्ट्री के इतने बड़ स्टार होने के बाद भी वो एक्टर वहां माली का काम किया करते थे, लेकिन कुछ समय बाद उन्होंने एक बार फिर फिल्म इंडस्ट्री में वापसी की और फिल्मों में काम किया।
आज भी अधूरी है Vinod Khanna की ये ख्वाहिश
विनोद खन्ना का निधन साल 2017 में हो गया था। आज वो हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन बताया जाता है कि उनकी एक ख्वाहिश थी, जो कभी पूरी नहीं हो सकी। खबरों की माने तो एक्टर एक बार पाकिस्तान के खैबर पख्तूनखवा प्रांत के सांस्कृतिक दरोहर परिषद के महासचिव से विनोद ने अपनी पुश्तैनी शहर पेशावर के सफर की इच्छा जताई थी। वो अपने बचपन के इलाके को देखना चाहते थे जहां उनके माता-पिता और पूर्वज रहा करते थे।