‘सुभाष के झा’
मशहूर दिवंगत बॉलीवुड एक्टर फारूक शेख का आज जन्मदिन है। इस खास मौके पर उनकी को-स्टार शबाना आजमी ने उन्हें याद किया है। इस दौरान एक्ट्रेस बेहद इमोशनल भी हो गईं। एक्ट्रेस ने रिवील किया कि वो दोनों को-स्टार्स से पहले दोस्त थे। शबाना ने कहा, ‘सेंट जेवियर्स कॉलेज में हमने हिंदी नाट्य मंच का गठन किया, जहां हमने बेस्ट डायरेक्टर, बेस्ट एक्टर, बेस्ट एक्ट्रेस के लिए 150 रुपये की मूल राशि जीती। उस शो के बाद फारूक मुझे कैब में घर छोड़ देते थे। एक कैब में हमें और एक हमारे पीछे चलती थी! हमें लगता था कि हमने दुनिया जीत ली है।’
शबाना और फारूक ने साथ में बनाया था वर्ल्ड रिकॉर्ड
आपको बता दें, शबाना और फारूक ने 22 साल तक एक ही नाटक में साथ काम करके नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। उस पर बात करते हुए एक्ट्रेस ने कहा, ‘फिरोज अब्बास खान के डायरेक्शन में बने तुम्हारी अमृता को हमने 22 सालों तक किया और इसके साथ दुनिया घूमी। आज भी लोग मेरे पास आते हैं और बताते हैं कि प्ले देखना उनके लिए कितना स्पेशल एक्सपीरियंस था। मैं फिरोज से इसे 2 नए एक्टर्स के साथ पुनर्जीवित करने के लिए कहती रहती हूं क्योंकि मेरे लिए फारूक की जुल्फी में अमृता का किरदार निभाना अकल्पनीय है.. वो बहुत जल्दी चले गए, मैं उन्हें बहुत ज्यादा याद करती हूं।’
प्ले के दौरान का दिलचस्प किस्सा
शबाना आजमी ने प्ले के बारे में याद करते हुए कहा, ‘मुझे लगा कि हमने इसे काफी समय तक किया है और मैंने फारूक से कहा कि इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता। फारूक सहमत नहीं थे। ‘नहीं, हम इसे अगले 21 सालों तक कर सकते हैं।’ फिर उन्होंने एक बहुत ही अजीब चीज की। उन्होंने स्टेज पर हम दोनों की तस्वीर मांगी। उन्होंने ऐसा क्यों किया? हम 21 साल से ये परफॉर्म कर रहे थे। उन्होंने कभी फोटो नहीं मांगी थी।’
कॉलेज कैंपस में सबसे पॉपुलर थे फारूक शेख
इसके बाद शबाना आजमी ने इमोशनल होते हुए कहा, ‘वो सिर्फ एक अच्छे एक्टर ही नहीं थे, उनका सेंस ऑफ ह्यूमर और हाजिर जवाबी भी बेहतरीन थी। मैं साल 1968 में उनसे पहली बार मिली थी। उन्होंने फिल्म ‘गरम हवा’ से डेब्यू किया था, जिससे मेरे पिता जुड़े हुए थे। मैं उनके साथ कॉलेज में थी और वो कैंपस में सबसे पॉपुलर लड़का थे, जो हर किसी की प्रॉब्लम्स को सुनने के लिए हमेशा तैयार रहते थे। कॉलेज में पूरे 3 साल तक उन्होंने हमारे थिएटर ग्रुप में बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड जीता। जब वो चले गए तब भी वो हमारे कॉलेज से जुड़े रहे। जाने के बाद भी वो कैंपस में बहुत पॉपुलर थे। तब उनकी पत्नी रूपा उनकी गर्लफ्रेंड थीं। वो कॉलेज के स्टार थे। दोनों जेंडर के स्टूडेंट्स के साथ बैठते थे और उन्हें एग्जाम से पहले टिप्स देते थे।’
पिता नहीं चाहते थे एक्टर बनें फारूक शेख
शबाना ने बताया कि वो चाहती थीं कि फारूक पुणे में उनके साथ फिल्म इंस्टीट्यूट ज्वाइन करें। लेकिन उन्होंने इससे मना कर दिया। फारूक के पिता वकील थे और वो चाहते थे कि फारूक भी वही पेशा अपनाए। शबाना ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि फारूक ने अपने पिता को एक्टिंग के लिए कैसे मनाया, लेकिन फारूक एक्टर बने। एक्ट्रेस ने उन्हें शानदार को-स्टार बताया है। शबाना का कहना है कि वो और फारूक एक-दूसरे की उपस्थिति को पूरी तरह से कॉम्पलिमेंट करते थे। फारूक जहां शांत स्वभाव के थे शबाना घबराई हुई रहती थीं। हर एग्जाम और हर स्टेज परफॉरमेंस से पहले एक्ट्रेस घबरा जाती थीं तो फारूक बिल्कुल शांत और स्थिर रहते थे।
#OTD
Today, we fondly remember the late Farooq Sheikh, a soft-spoken and gentlemanly actor who left an indelible mark on our hearts.
On this day, he bid us a silent farewell, leaving for his heavenly abode.
His unforgettable collaboration with Shabana Azmi in the iconic play… pic.twitter.com/5VsipUpWnJ— 𝓼𝓪𝓷𝓴𝓪𝓻 (@yansan) December 28, 2024
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शबाना के लिए एग्जाम हॉल के बाहर किया था इंतजार
इस दौरान का एक मजेदार किस्सा भी शबाना ने रिवील किया है। उन्होंने कहा, ‘एग्जाम से पहले फारूक मुझे और मेरी बेस्ट फ्रेंड परना को बैठाते और हमें कोच करते थे। मैं एक बार एग्जाम से बाहर चली गई थी। अगली बार फारूक मेरे साथ एग्जाम हॉल में गए, मेरे पेन में इंक भरी और तब तक हॉल के बाहर खड़े रहे, जब तक मैंने अपना पेपर पूरा नहीं कर लिया। कौन ऐसा करता है? अब फारूक और रूपा स्वर्ग में एक हो गए हैं। वो इससे ज्यादा खुश नहीं हो सकते।’