Controversial Bollywood film Banned in India: हिंदी सिनेमा में कई फिल्में ऐसी हैं, जिन्होंने बॉक्स ऑफिस पर खूब धमाल मचाया। हालांकि कुछ ऐसी भी फिल्में हैं, जो इंडिया में बैन हो गई। कभी कोर्ट के ऑर्डर तो कभी सीबीएफसी ने इन फिल्मों की रिलीज पर रोक लगाई।
भले ही ये फिल्में भारत में बैन हुई हो, लेकिन विदेशों में इन फिल्मों ने हिट होकर खूब धमाल मचाया। आज हम आपको बॉलीवुड की उन्हीं फिल्मों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो इंडिया में बैन हुई, लेकिन विदेशों में हिट रही। चलिए जानते हैं…
यह भी पढ़ें- Animal पर बेस्ड हैं बॉलीवुड की इन फिल्मों के नाम, देखें लिस्ट
भारत में बैन हुई ये फिल्में, लेकिन विदेशों में हुई हिट
पांच
इस फिल्म को साल 2003 में 21 सितंबर को रिलीज किया जाना था, लेकिन सेंसर बोर्ड ने इस बैन किया। अनुराग कश्यप द्वारा निर्देशित फिल्म पांच को बैन का सामना करना पड़ा। बता दें कि इस फिल्म में केके मेनन, आदित्य श्रीवास्तव, विजय मौर्या और तेजस्वनी कोल्हापुरी जैसे स्टार थे और ये एक क्राइम एडल्ट फिल्म है।
द पिंक मिरर
फिल्म ‘द पिंक मिरर’ 2003 में आई थी। इस फिल्म में ट्रांसजेंडरों के हितों की बात की कहानी थी, जिस समय ये फिल्म आई थी उस टाइम कोई भी इतना ओपन नहीं था और इस पर इतनी बात नहीं करता था। इस फिल्म को लेकर खूब बवाल मचा और सेंसर बोर्ड ने इस पर बैन लगा दिया।
वॉटर
भारत में हर एक चीज का अलग विधि-विधान है। फिल्म वॉटर में भी यही था कि एक विधवा को कैसे-कैसे हालातों से गुजरना पड़ता है। इस फिल्म का कई संगठनों ने विरोध किया, जिसके चलते इसे भी बैन का सामना करना पड़ा, लेकिन बाद में यह ऑस्कर के लिए कनाडा की आधिकारिक प्रविष्टि बन गई।
इंशाल्लाह फुटबॉल
इस फिल्म में एक ऐसे कश्मीरी लड़के की कहानी है, जिसके पिता टेरिरिस्ट एक्टिविटीज से जुड़े हुए है और वह फुटबॉल खेलने के लिए देश से बाहर जाना चाहता है, लेकिन उसे अनुमति नहीं मिलती। इस फिल्म को भी सेंसर बोर्ड ने रिलीज नहीं होने दिया था। हालांकि इसने विदेशों में फिल्म महोत्सव में प्रशंसा भी हासिल की है।
डेज्ड इन दून
इस फिल्म में दून स्कूल में पढ़ने वाले एक लड़के की जिंदगी की कहानी है। जो दून स्कूल मैनेजमेंट को बिल्कुल पसंद नहीं आई। बता दें कि इस फिल्म पर स्कूल ने अपनी छवि को खराब करने का आरोप लगाया। इसलिए सेंसर से इसे पास नहीं होने दिया।
लेटेस्ट खबरों के लिए फॉलो करें News24 का WhatsApp Channel
अनफ्रीडम
अनफ्रीडम को भी बैन का सामना करना पड़ा। इस फिल्म में एक लेस्बियन जोड़े की लव स्टोरी की कहानी है। इसमें कई भड़काऊ सेक्स सीन हैं जिनकी वजह से सेंसर बोर्ड ने इसे रिलीज नहीं होने दिया। हालांकि इसे बाद में नेटफ्लिक्स पर रिलीज किया गया।
सिंस
इस फिल्म को साल 2005 में यशराज बैनर तले बनाया गया था। इसमें एक जवान लड़की और पादरी के प्रेम प्रसंग की कहानी थी। इस फिल्म पर ईसाई धर्म के लोगों ने आपत्ति जताई और इसके बाद वो बैन हो गई।