बॉलीवुड एक्टर रणदीप हुड्डा ‘स्वातंत्र्य वीर सावरकर’ के बाद अपनी दूसरी फिल्म ‘जाट’ को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। इस फिल्म में एक्टर पहली बार सनी देओल के साथ स्क्रीन शेयर करते हुए नजर आएंगे। फिल्म में रणदीप ने निगेटिव किरदार प्ले किया है। इस बीच निर्माता हंसल मेहता के एक कार्यक्रम में रणदीप हुड्डा ने कहा कि उनके मुताबिक आजकल बॉलीवुड मौलिकता के बजाए रुझानों पर ज्यादा केंद्रित हो चुका है। इसके अलावा री-रिलीज फिल्मों पर रिएक्शन देते हुए कहा कि ये एक सोशल मीडिया ट्रेंड है। एक या दो री-रिलीज फिल्में अच्छा कर ले गईं तो ये मतलब नहीं हुआ कि सभी ने अच्छा किया है।
सिनेमा की मौजूदा स्थिति पर बोले रणदीप
रणदीप हुड्डा निर्माता हंसल मेहता के एक कार्यक्रम में शामिल हुए जहां उन्होंने हिंदी सिनेमा की मौजूदा स्थिति पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, ‘फिल्म इंडस्ट्री कुछ नया करने की बजाए फेमस चीजों का अनुसरण करती है। मैं इसे भेड़ चाल तक ले जाऊंगा। एक बार कोई चीज काम कर गई तो वैसी ही चीजें बनने लग जाती हैं। सभी को वही बनाना है। स्त्री के बाद अब सभी को हॉरर कॉमेडी फिल्में बनाना है। बतौर एक्टर मुझे नहीं लगता है कि ये कोई पैरामीटर होना चाहिए।’
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‘जाट’ एक्टर ने कहा, ‘भेड़ चाल के चलते कई चीजों की वजह से संकट चल रहा है। यहां फिल्म निर्माण बहुत यांत्रिक हो चुका है, जिसमें क्रिएटिविटी के लिए काफी कम स्पेस बचा है। यहां अब फिल्म निर्माण नहीं सिर्फ फिल्मों का निष्पादन हो रहा है। हमने खुद को थोड़ा अलग कर लिया है।’
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डिजिटल प्लेटफॉर्म पर क्या बोले एक्टर?
डिजिटल प्लेटफॉर्म के बारे में बात करते हुए रणदीप हुड्डा ने कहा, ‘मुझे लगता है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म भी व्यावसायिक होते जा रहे हैं। इसके बावजूद इसमें संभावनाएं हैं। सिर्फ यहीं एक्सपेरिमेंट हो सकता है। हालांकि मुझे लगता है कि वे उस तरह के सिनेमा की तलाश में भी हैं। ऐसा इसलिए भी क्योंकि उन्हें ज्यादा से ज्यादा दर्शक और सब्सक्रिप्शन चाहिए है।’
उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री में किसी को ऐसा होना चाहिए जो अपने कदमों को आगे बढ़ाए। उम्मीद है कि वह मैं हूं क्योंकि मैं दोनों ही काम करना चाहता हूं। मैं कुछ एक्सपेरिमेंट करने की कोशिश कर रहा हूं। मैं ऐसे सब्जेक्ट की तलाश में हूं जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़ सकें।
साउथ इंडस्ट्री पर कही ये बात
पिछले काफी वक्त से साउथ फिल्मों का नॉर्थ में काफी बोलबाला देखने को मिल रहा है। इस दौरान रणदीप हुड्डा ने साउथ डायरेक्टर की तारीफ करते हुए कहा, ‘उनका काम बहुत अलग तरह का होता है। मैं असल में उनके काम की तारीफ करता हूं कि वह फिल्मों के लिए क्या नया करते हैं। वह अपनी संस्कृति को अभी भी फिल्मों से जोड़कर बनाने की कोशिश कर रहे हैं। आप साउथ की उन फिल्मों को देखें जो अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। उनमें से बहुत सी में कमर्शियल फिल्मों की चीजें हैं। इन फिल्मों में ‘पुष्पा नहीं झुकता’ या ‘मैं आज भी फेंके हुए पैसे नहीं उठाता’ ये वापस आ रहा है।’