PM Narendra Modi Favorite Bollywood Movie: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 75 साल के हो गए हैं. इस खास मौके पर उनके चाहने वाले और बॉलीवुड सेलेब्स तक उन्हें बर्थडे विश कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर उनके प्रशंसक उनकी लंबी उम्र की कामना कर रहे हैं. पीएम मोदी और बॉलीवुड का कनेक्शन पुराना है. सेलेब्स उन्हें काफी पसंद करते हैं. ऐसे में इस खास मौके पर आपको एक फिल्म के बारे में बता रहे हैं, जिसे वह काफी पसंद करते हैं. इसमें देव आनंद ने मेन लीड रोल प्ले किया था. चलिए बताते हैं इसके बारे में…
अगर आपने अपने दिमाग के घोड़े दौड़ा लिए हैं तो चलिए हम ही आपको उस फिल्म के बारे में बता देते हैं. देव आनंद की ये फिल्म 1965 में रिलीज की गई थी. पीएम मोदी को राजनीति की दुनिया में तो रूचि थी ही साथ ही उन्हें मनोरंजन की दुनिया से भी खास लगाव है. पीएम मोदी ने एक बार जम्मू कश्मीर, लद्दाख और सिक्किम में बच्चों के साथ खास बातचीत की थी, तो इसी दौरान प्रधानमंत्री से उनकी फेवरेट फिल्म को लेकर सवाल किया गया था. तब उस समय उन्होंने अपनी पसंदीदा फिल्म के बारे में बताया था.
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7 बार फिल्मफेयर अवॉर्ड जीत चुकी ये फिल्म
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उस बातचीत में देव आनंद की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘गाइड’ का नाम लिया था. इसे उन्होंने अपनी ऑलटाइम फेवरेट फिल्म बताया था. आपको बता दें कि इसे साल 1965 में रिलीज किया गया था. इस फिल्म के जरिए देव आनंद ने सिनेमाघरों में इतिहास ही रच दिया था. इसका निर्देशन देव के छोटे भाई विजय आनंद ने किया था. 3 घंटे 13 मिनट की ये मूवी 7 बार फिल्मफेयर अवॉर्ड जीत चुकी है.
आर के नारायण के नोबल पर आधारित है ‘गाइड’
बहरहाल, अगर देव आनंद की फिल्म ‘गाइड’ के बारे में बात की जाए तो इसकी कहानी आर के नारायण के नोबल पर आधारित है. इस फिल्म में एक टूरिस्ट गाइड की कहानी को दिखाया गया है, जो बाद में एक गांव में पानी के सूखे को खत्म करने के लिए आध्यात्म का रास्ता अपनाता है. दिलचस्प स्टोरी वाली इस मूवी को सभी ने काफी पसंद किया है. आलम ये है कि ‘गाइड’ देव आनंद के फिल्मी करियर और हिंदी सिनेमा की सर्वश्रेष्ठ मूवी में से एक मानी जाती है. इस फिल्म का जिक्र उनकी ऑटोबायोग्राफी ‘रोमांसिंग विद लाइफ’ में भी किया गया है.
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इस किताब में लिखा गया है कि देव आनंद ने आरके नारायण को उनके नोबल पर फिल्म बनाने के लिए फोन किया था तो वह जानकार काफी उत्साहित हुए थे. उस समय एक्टर अमेरिका में थे और नारायण ने उन्हें जल्द ही मिलने के लिए बुलाया. आर के नारायण मैसूर में रहते थे. भारत लौटने के बाद देव आनंद कार ड्राइव करके बेंगलुरू गए और नोबल के राइट्स को लेकर उनकी रजामंदी ली.
हॉलीवुड में बनी थी ‘गाइड’
गौरतलब है कि फिल्म ‘गाइड’ को पहले हॉलीवुड में बनाया गया था. देव आनंद ने सबसे पहले अंग्रेजी में फिल्म बनाने के लिए इसके राइट्स लिए थे. नोबल पुरस्कार विजेता पर्ल एस बक आरके के ‘गाइड’ नोबल से काफी प्रभावित थीं. उन्होंने ही इस पर फिल्म बनाने की इच्छा जाहिर की थी. पर्ल ने पहले ही सोच लिया था कि वह इस फिल्म को देव आनंद के साथ बनाएंगी लेकिन, जब हॉलीवुड फिल्ममेकर टैड डेनिएलेवेक्सकी ने इसकी कहानी सुनाई तो अभिनेता को ये जंची नहीं और उन्होंने मना कर दिया था. इसके बाद बर्लिन फिल्म फेस्टिवल के दौरान देव और टैड की मुलाकात दोबारा हुई. इस मुलाकात के बाद देव आनंद राजी हो गए थे. इस नोबल पर हॉलीवुड में ‘द गाइड’ बनाई गई थी.
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