Music Composer Vijay Anand: म्यूजिक इंडस्ट्री से बेहद दुखद खबर आ रही है। मशहूर म्यूजिक कंपोजर विजय आनंद ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। विजय आनंद 71 साल के थे और चेन्नई में उनका निधन हुआ है। विजय के निधन से पूरी इंडस्ट्री में शोक की लहर है। विजय के फैंस भी बेहद दुखी है और उनकी आत्मा की शांति के लिए दुआ कर रहे हैं। विजय के निधन से इंडस्ट्री को बड़ी क्षति हुई है।
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1982 में की थी करियर की शुरूआत
जैसे ही विजय की निधन की खबर आई पूरी इंडस्ट्री में शोक छा गया। बीते कुछ दिन पहले भी इंडस्ट्री से निधन की खबर आई थी। विजय की बात करें तो उन्होंने साल 1982 में अपने करियर की शुरुआत की थी। अपने काम को लेकर विजय हमेशा ही बेहद सीरियस रहते थे और बेहद लग्न के साथ उसे पूरा भी करते थे। विजय ने अपने जीवन में कभी हार नहीं मानी और हमेशा बेहद जिंदादिली से जिंदगी को जिया।
कन्नड़, तमिल और तेलुगु फिल्मों में दिया संगीत
विजय के करियर की बात करें तो उन्होंने ना सिर्फ कन्नड़ और तमिल बल्कि तेलुगु फिल्मों में भी अपना संगीत दिया है। साउथ के सुपरस्टार्स की फिल्मों में भी विजय का संगीत रहता था। बता दें कि विजय ने साल 1986 में आई सुपरस्टार रजनीकांत की फिल्म ‘नान आदिमई इलै’ और ‘ओरु जीवनथन’ दिया था, जो बेहद मशहूर है और लोग इसे खूब पसंद भी करते हैं। बताते चलें कि ये विजय का मशहूर काम है।
स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित थे विजय
रिपोर्ट्स की मानें तो बीते मंगलवार को विजय आनंद ने दुनिया छोड़ी है। विजय स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित थे और उनका इलाज किया जा रहा था, लेकिन अफसोस उन्हें नहीं बचाया जा सका। विजय के निधन की खबर से ना सिर्फ म्यूजिक इंडस्ट्री बल्कि फिल्म इंडस्ट्री को भी गहरा दुख पहुंचा है। फैंस से लेकर सेलेब्स तक विजय के निधन पर शोक जाहिर कर रहे हैं।
कई फिल्मों को दिया अपना संगीत
बता दें कि जब इलैयाराजा अपने चरम पर थे तब विजय ने कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री में 100 से भी ज्यादा फिल्मों में काम करके इंडस्ट्री पर राज किया। बता दें कि रजनीकांत की ‘नान आदिमई इलई’ ही नहीं बल्कि ‘नानायम इलाथा नान्याम’, ‘वेट्री मेल वेट्री’, ‘वाई सोलिल वीरराडी’, ‘कवलन अवन कोवलन’, ‘ऊरुक्कु उबाथेसम’ और कई अन्य फिल्मों के लिए भी संगीत दिया है।
विजय आनंद ने दिया गहरा योगदान
विजय के योगदान ने इंडस्ट्री का खूब नाम किया है। भले ही आज वो हमारे बीच नहीं हों, लेकिन उनके योगदान और काम को हमेशा याद किया जाएगा। विजय इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान के साथ जीते थे, जो हमेशा याद की जाएगी और उनके काम को भी हमेशा सराहा जाएगा। उनका काम ही उनकी पहचान थी। आज भले ही विजय हमे छोड़कर चले गए हैं, लेकिन इंडस्ट्री में दिया गया उनका संगीत हमेशा उनकी याद दिलाता रहेगा। सभी विजय की आत्मा की शांति के लिए दुआ कर रहे हैं।