मुंबई में हाल ही में हुई भारी बारिश के बाद शहर के कई हिस्सों में पानी भर गया, जिससे लोगों को काफी परेशानी हुई। इसी मुद्दे को लेकर अब मीठी नदी की सफाई से जुड़ा मामला फिर से चर्चा में आ गया है। शिवसेना के प्रवक्ता संजय निरुपम ने शिवसेना यानी उद्धव ठाकरे गुट पर निशाना साधा है और आदित्य ठाकरे और उनके करीबी अभिनेता डीनो मोरिया पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
संजय निरुपम ने क्या कहा ?
संजय निरुपम ने कहा कि 26 मई को मुंबई में जब तेज बारिश हुई, तो शहर में कई जगह जलभराव हो गया। इस पर उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने कहा था कि शहर में जो निर्माण कार्य चल रहा है, उसमें भ्रष्टाचार हुआ है। लेकिन निरुपम ने जवाब में कहा कि पानी भरने की असली वजह नालों की सफाई और मीठी नदी की गंदगी है।
निरुपम ने याद दिलाया कि साल 2005 में जब 26 जुलाई को बहुत ज्यादा बारिश हुई थी, तब ठाकरे परिवार फाइव स्टार होटल में चला गया था। लेकिन इस बार बारिश के दौरान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे खुद कंट्रोल रूम में मौजूद थे और स्थिति पर नजर रख रहे थे।
उन्होंने कहा कि 2005 से लेकर 2022 तक मीठी नदी की सफाई पर करीब 1200 करोड़ रुपये खर्च किए गए, लेकिन इसके बाद भी हालात नहीं सुधरे। इस घोटाले की जांच मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा यानी EOW कर रही है। 18 अलग-अलग ठेकेदारों को सफाई का काम दिया गया था।
निरुपम ने आरोप लगाया कि उस समय बीएमसी में शिवसेना की सरकार थी और बिना “मातोश्री” यानी ठाकरे परिवार के घर की अनुमति के कोई ठेका नहीं दिया जाता था। उन्होंने कहा कि ठेके सीधे उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे के कहने पर मिलते थे।
एक्टर डीनो मोरिया पर भी आरोप
संजय निरुपम ने कहा जांच के दौरान अभिनेता डीनो मोरिया का नाम भी सामने आया है। उन्होंने सवाल किया कि एक अभिनेता का मीठी नदी की सफाई से क्या लेना-देना? उन्होंने यह भी कहा कि दिशा सालियन की मौत के मामले में भी दिशा के पिता ने आदित्य ठाकरे और डीनो मोरिया का नाम लिया था, और बताया था कि दोनों के बीच नजदीकी संबंध हैं।
निरुपम ने कहा कि आदित्य ठाकरे ने डीनो मोरिया को मुंबई में ओपन जिम खोलने का ठेका भी दिलवाया था। उन्होंने पूछा कि जब डीनो मोरिया और उनके भाई की जांच हो रही है, तो फिर आदित्य ठाकरे की जांच क्यों नहीं होनी चाहिए?
अंत में उन्होंने कहा कि हर साल जब बारिश होती है तो मुंबई में पानी भर जाता है और इसका जिम्मेदार उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे और उनके परिवार को ठहराया जाना चाहिए। उन्होंने मांग की कि आदित्य ठाकरे और डीनो मोरिया की भूमिका की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
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