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Khel Khel Mein Review: कॉमेडी-ड्रामा का परफेक्ट कॉम्बिनेशन है फिल्म, जानिए कैसी है फिल्म की कहानी
Khel Khel Mein Movie Review: अक्सर बॉक्स पर अक्षय कुमार की फिल्म 'खेल-खेल में' रिलीज के लिए तैयार है। 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस पर फिल्म सिनेमाघरों में दस्तक देने में जा रही है। चलिए जानते हैं आखिर कैसी है फिल्म की कहानी।
Edited By : Himanshu SoniUpdated: Aug 15, 2024 16:48
Khel Khel Mein Movie Review
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Movie name:Khel Khel Mein
Director:Mudassar Aziz
Movie Cast:Akshay Kumar, Taapsee Pannu, Ammy Virk, Vaani Kapoor
Khel Khel Mein Movie Review: ( Ashwani Kumar ) अक्षय कुमार की फिल्में अक्सर बॉक्स ऑफिस पर बड़ी हिट साबित होती रही हैं लेकिन हाल के दिनों में उनकी कुछ फिल्में उतनी सफल नहीं रही हैं। अब 15 अगस्त पर उनकी नई फिल्म ‘खेल-खेल में’ आई है जिसका क्लैश दो बड़ी फिल्मों के साथ हो रहा है। इस बार अक्षय कुमार का आत्मविश्वास अपने चरम पर है और उन्होंने इस फिल्म को लेकर खासा भरोसा जताया है। क्या ये फिल्म दर्शकों को सिनेमाघरों में लुभा पाएगी? कैसी है फिल्म की कहानी आइए जानते हैं।
फिल्म की कहानी
‘खेल-खेल में’ एक स्पैनिश-इटालियन फिल्म ‘परफेक्ट स्ट्रेंजर्स’ का इंडियन वर्जन है। हालांकि इस फिल्म की कहानी इतनी यूनिवर्सल है कि ये किसी भी भाषा और संस्कृति में फिट बैठ सकती है। फिल्म की कहानी चार दोस्तों और उनकी पत्नियों के इर्द-गिर्द घूमती है। इनमें से एक किरदार ऋषभ, एक प्लास्टिक सर्जन है जबकि बाकी किरदारों में एक कार शो-रूम मालिक, एक कंपनी का कर्मचारी और एक क्रिकेट कोच शामिल हैं। फिल्म का मुख्य आकर्षण एक ऐसा खेल है, जिसमें सभी किरदारों को अपने मोबाइल फोन के मैसेज और कॉल्स सार्वजनिक रूप से शेयर करने होते हैं। इस खेल के चलते एक-एक करके राज खुलते जाते हैं और रिश्तों में तनाव पैदा होता रहता है।
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फिल्म का निर्देशन मुदस्सर अजीज ने किया है जिन्होंने इस कहानी को भारतीय संदर्भ में बेहतरीन तरीके से ढाला है। हर सीन, हर मैसेज और उसके बाद होने वाले इमोशनल टकराव ने दर्शकों को बांधकर रखा है। फिल्म करीब 2 घंटे 14 मिनट की है और इसमें कॉमेडी, ड्रामा और इमोशन का एक बेहतरीन मिश्रण देखने को मिलता है। फिल्म की सिनेमैटोग्राफी और लोकेशन का भी खूब ध्यान रखा गया है जो कहानी को पर्दे पर लाइफ देने में सफर रहता है।
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संगीत और परफॉर्मेंस
फिल्म में कुल मिलाकर दो मेन गाने हैं। पहला गाना ‘जहां हौली-हौली’ बहुत हद तक फिट बैठ जाता है, लेकिन कुछ दर्शकों को ये थोड़ा अटपटा भी लग सकता है खासकर जब इंटेंस सीन में भी अचानक ये रोमांटिक ट्रैक आ जाता है। दूसरा गाना ‘दूर ना करीं’ इमोशनल है और दर्शकों पर प्रभाव छोड़ने में सफल होता है। बाकी गाने या तो प्रमोशनल हैं या बैकग्राउंड में ही रहते हैं।
फिल्म में अक्षय कुमार का रोल अहम है, लेकिन ये पूरी तरह से उनकी फिल्म नहीं है। अक्षय ऋषभ के किरदार में जॉर्ज क्लूनी की तरह स्मार्ट और आकर्षक लग रहे हैं। उनकी कॉमिक टाइमिंग और इमोशनल सीन में उनकी शानदार एक्टिंग फैंस का दिल एक बार फिर जीतने में कामयाब रहती है। तापसी पन्नू ने भी अपनी भूमिका में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। उनकी इमोशनल और कॉमिक टाइमिंग तारीफ के काबिल है। वाणी कपूर, एमी विर्क, फरदीन ख़ान और अन्य कलाकारों ने भी अपने-अपने किरदारों जान डाली है और फिल्म में चार चांद लगा दिए हैं।
फाइनल वर्डिक्ट
‘खेल-खेल में’ एक एंटरटेनिंग और रिलेवेंट फिल्म है, जो मॉडर्न रिश्तों और डिजिटल जीवन के असर को दर्शाती है। ये फिल्म उन लोगों के लिए एक नई सोच प्रदान करती है, जो अपने स्मार्टफोन और सोशल मीडिया पर काफी निर्भर हैं। कुल मिलाकर ये फिल्म दर्शकों को सोचने पर मजबूर करती है और उन्हें हंसाते हुए एक अच्छा अनुभव देती है।