इन दिनों भारत में दो हत्याकांड ने लोगों में काफी गुस्सा भर दिया है। ये मामले मुस्कान रस्तोगी और सोनम रघुवंशी से जुड़े हैं और दोनों में एक बात कॉमन थी कि दोनों ने अपने पति की हत्या करवाई। NDTV के साथ एक इंटरव्यू में मशहूर गीतकार और लेखक जावेद अख्तर ने इन घटनाओं और लोगों की प्रतिक्रिया पर अपनी राय रखी है।
जावेद अख्तर ने क्या कहा?
जब उनसे इन मामलों पर बात करने को कहा गया तो उन्होंने कहा कि इस पर उनकी मिली-जुली भावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि इन दोनों महिलाओं ने अपने पति को मरवा दिया और पूरा समाज हिल गया, लेकिन वही समाज तब चुप रहता है जब बहुत सी महिलाएं हर दूसरे दिन जिंदा जलाई जाती हैं या उन्हें हर दिन मारा-पीटा जाता है। क्या तब समाज उतना ही नाराज होता है?
उन्होंने आगे कहा कि हमारा समाज बहुत बेशर्म है। जब दो औरतों ने मर्डर किया तो सब चौंक गए, लेकिन सालों से जो मर्द औरतों को दर्द देते आ रहे हैं उस पर किसी को फर्क नहीं पड़ता। अगर किसी महिला ने शादी के कुछ ही दिन बाद पति की हत्या कर दी तो क्या आपने सोचा कि क्या वो शादी उसकी मर्जी से हुई थी? क्या किसी छोटे शहर की लड़की के लिए शादी से मना करना आसान होता है?’
क्या हुआ था इन दोनों मामलों में?
सोनम रघुवंशी केस में 2 जून को सोनम के पति राजा रघुवंशी का शव मेघालय के एक झरने के पास खाई में मिला। पुलिस जांच में पता चला कि सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाह के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी। उन्होंने तीन लोगों को पैसे देकर यह हत्या करवाई। ये सब शादी के करीब दो हफ्ते बाद हुआ जब वे हनीमून पर थे।
मुस्कान रस्तोगी केस में 4 मार्च को मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल शुक्ला के साथ मिलकर अपने पति सौरभ राजपूत की चाकू मारकर हत्या कर दी। फिर दोनों ने मिलकर लाश के टुकड़े किए और एक सीमेंट से भरे ड्रम में छिपा दिया।