Hina Khan: पॉपुलर टीवी एक्ट्रेस हिना खान कैंसर से जंग लड़ रही हैं। बीते कुछ दिनों से एक्ट्रेस लगातार अस्पताल से तस्वीरें शेयर कर रही थीं। अब उन्होंने एक नया पोस्ट शेयर कर अपना दर्द बयां किया है। हिना खान ने डॉक्टर के साथ अपनी तस्वीर शेयर की है और साथ ही वो सब भी दिखाया है, जो उन्होंने कैंसर ट्रीटमेंट के दौरान किया है। फिर चाहे वो स्कूबा डाइविंग हो, रैंप वॉक हो या फिर उनका ट्रीटमेंट। एक तस्वीर में तो हिना खान के पेट पर कुछ बैंडेज लगे हुए भी नजर आ रहे हैं और एक्ट्रेस इस दौरान जिम में दिखाई दे रही हैं।
हिना खान ने दिखाए अपने जख्म
अपनी कैंसर जर्नी की तस्वीरें शेयर करते हुए हिना खान ने अपना एक्सपीरियंस भी शेयर किया है। एक्ट्रेस ने रिवील किया है कि कैंसर के दौरान उन्होंने क्या-क्या झेला है? हिना खान का ये पोस्ट उनकी तकलीफें चीख-चीख कर बता रहा है। एक्ट्रेस ने अपनी ये तस्वीरें शेयर करते हुए एक लम्बा-चौड़ा पोस्ट भी लिखा है। इसमें उन्होंने अपने डॉक्टर से मिली सलाह को लेकर भी खुलासा किया है। डॉक्टर्स ने हिना खान को खास नसीहत दी थी, जिसे हिना ने फॉलो किया और वो सलाह क्या थी? चलिए जानते हैं।
कैंसर के इलाज के दौरान डॉक्टर ने हिना को दी क्या सलाह?
हिना खान ने कहा कि Dr. Suresh Advani ने मुझे सेशंस के दौरान अगर मेरा शरीर कीमोथेरेपी में अनुमति देता है तो मुझे शूटिंग करने और सब कुछ करने के लिए कहा। हिना खान ने लिखा, ‘उन्होंने मुझे कम से कम 5 किलोमीटर पैदल चलने और हर रोज एक्सरसाइज करने या जितना हो सके अपना बिजनेस करने के लिए कहा, जिससे मेरी बॉडी की लिमिट्स के अंदर नार्मल स्थिति बनी रहे। उन्होंने बताया कि कैसे उनके कई पेशेंट्स कीमो लेते हैं और अपने घर वापस जाने के लिए लोकल ट्रेनों से ट्रैवल करते हैं और वो कभी भी काम नहीं छोड़ते। यही मेरी इंस्पिरेशन है! वो मेरे हीरो हैं और मैं उनकी हार न मानने की भावना से इंस्पिरेशन लेती हूं। उनके साथ जो कुछ भी है, अगर वो उसके साथ भी ऐसा कर सकते हैं, तो मैं भी कर सकती हूं!’
हिना खान ने दर्दनाक दिनों को किया याद
हिना ने आगे इमोशनल होते हुए लिखा, ‘बुरे दिन, दिल दहला देने वाले दर्दनाक दिन, उदास भयानक दिन, नींद उड़ा देने वाली रातें, आंसू भरी सूजी हुई आंखें, मेरे शरीर पर घाव और कीमो के इस फेज के दौरान इंटरनल और एक्सटर्नल दोनों तरह के बदलाव और इसके बाद बेहतर बनने, जीवंत होने, पहले की तरह खुद जैसा बनने की आग को प्रज्वलित करने के लिए ईंधन हैं। मेरा मानना है कि कैंसर की 90% जर्नी मेन्टल होती है और सिर्फ 10% फिजिकल, ये बैलेंस ढूंढने के बारे में है! जैसा कि वो कहते हैं, मुझे विश्वास है इसलिए मैं कर सकती हूं और आप भी ऐसा कर सकते हैं अगर आप कोशिश करें तो। ‘मन के हारे हार है, मन के जीते जीत। कहे कबीर हरि पाइए मन ही की परतीत’।’