मशहूर फिल्म मेकर हंसल मेहता खुलकर अपने विचार दुनिया के सामने रखने के लिए जाने जाते हैं। फिल्म निर्माता हंसल मेहता जल्द ही महात्मा गांधी पर एक शानदार सीरीज लाने वाले हैं। ये सीरीज अब पूरी करने होने की कगार पर हैं। इसमें एक्टर प्रतीक गांधी महात्मा लीड रोल में नजर आएंगे। उनकी सीरीज ‘गांधी’ पोस्ट-प्रोडक्शन के आखिरी स्टेज पर है। उन्होंने अब इस सीरीज पर बात करते हुए काफी कुछ कहा है।
ऑडियंस हुई पहले से ज्यादा समझदार
आपको बता दें, हंसल मेहता भारत के सबसे निडर फिल्म निर्माताओं में से एक माने जाते हैं। अब हंसल मेहता ने कहा, ‘मैं बाधित और प्रोत्साहित महसूस करता हूं। मेरा मानना है कि कठिनइयां उन व्यक्तियों को बेस्ट बनाती हैं, जिनके पास एक विद्रोही दिल और एक कलाकार की आत्मा होती है। मुझे लगता है कि मेरे अंदर थोड़ा-थोड़ा दोनों है। सच कहूं तो, कहानियों को बताने का इससे बेहतर समय कभी नहीं हो सकता। ऑडियंस समझदार हो चुकी है और किसी के काम को दिखाने के रास्ते काफी बढ़ गए हैं।’
हंसल ने अभिव्यक्ति की आजादी पर की बात
हंसल मेहता ने बताया है कि उनके लिए अभिव्यक्ति की आजादी हमेशा एक गंभीर मुद्दा रही है। क्या उन्हें लगता है कि स्टैंड-अप कॉमेडियन को खुद पर लगाम लगाने की जरूरत है? उन्होंने कहा, ‘बहुत कुछ कहा गया है, तोड़-फोड़ की गई है और कई ट्रोल सामने आए हैं। आपको मेरे विचार डिटेल में कई पोस्ट में मिलेंगे। मैं जो कुछ भी इसके अलावा कहता हूं वो ट्विस्ट हो जाता है। मानव के रूप में हमारी स्वतंत्रता बनी रहे।’
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सेंसरशिप का किया विरोध
उन्होंने आगे कहा, ‘बेहतर समझ, सभ्यता और गरिमा बनी रहे। मैं मूल रूप से सेंसरशिप का विरोध करता हूं-सख्ती से। ‘ओमेर्टा’ वो फिल्म थी, जिसकी रिलीज में मुझे सबसे ज्यादा मुश्किल हुई थी। सेंसरशिप इश्यूज की वजह से नहीं, लेकिन इसके प्रोड्यूसर के कारण, जो बेहद परेशान करने वाला था।’ आपको बता दें, हंसल जल्द ही सैफ अली खान के साथ एक प्रोजेक्ट में नजर आने वाले हैं। जब स्क्रिप्ट तैयार हो जाएगी तो फाइनेंशियल व्यवस्थाएं फाइनल हो जाएंगी।