Dunki Diaries: शाहरुख खान अपनी फिल्म डंकी को लेकर मजेदार तरीके से प्रमोशन कर रहे हैं। वह लोगों के बीच में जा रहे हैं और उनके साथ बात कर रहे हैं साथ ही मजेदार सवालों के दिलचस्प जवाब दे रहे हैं। किंग खान की फिल्म महज दो दिन के बाद बड़े पर्दे पर रिलीज होने जा रही है। पठान और जवान की तरह यह फिल्म भी सिनेमाघरों में धमाल मचाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस साल यह शाहरुख खान की तीसरी फिल्म है। अब हाल ही में शाहरुख खान ने तापसी पन्नू और राजकुमार हिरानी के साथ मिलकर फिल्म को लेकर की खुलासे Dunki Diaries में किए हैं।
क्या है नींबू ब्रदर की कहानी
इस दौरान शाहरुख खान ने विक्की कौशल के साथ फिल्म के एक सीन के बारे में बात की। इस फिल्म में शाहरुख और विक्की कौशल क्लासरूम में बैठे होते हैं और किंग खान ने बताया कि मैंने और विक्की ने एक-दूसरे का जूठा नींबू भी खाया है। शाहरुख कहते हैं, ‘क्लासरूम का एक सीन है जहां मैं और विक्की नींबू ब्रदर बन चुके हैं। लोग ब्लड ब्रदर्स बनते हैं और मैं नींबू ब्रदर बन चुका हूं। बहुत प्रेम हो चुका है। एक दो बार तो विक्की ने मुझे फोन करके भी बोला कि ‘कटरीना से मैंने जल्दी शादी कर ली। अगर शादी नहीं होती तो मैं आप से कर लेता।’
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डंकी का आइडिया कैसे आया
राजकुमार हिरानी ने इस दौरान यह भी बताया कि आखिर डंकी के लिए उनको आइडिया कहां से आया। रेड चिलीज एंटरटेनमेंट के यूट्यूब चैनल पर उन्होंने बताया, ‘पंजाब के जालंधर के पास उप्पल गांव में हर घर के ऊपर अलग-अलग डिजाइन की पानी की टंकी बनी होती है। इनमें से जो टंकी जहाज वाली होती है उसका अर्थ होता है कि उनके घर का कोई सदस्य विदेश गया है। तो वह टशन में घर की छत पर वैसी टंकी बना देते हैं। उनके लिए यह एक गर्व की बात होती है। किसी ने स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी लगा रखी है क्योंकि उनके घर से कोई अमेरिका में रहता है।’
कैसे नाम आया डंकी
इन टंकियों का इतिहास पुराना है, वर्ल्ड वॉर के दौरान और उसके बाद भी पंजाब के कई लोगों को वहां बुलाया जाता रहा है। हालांकि 1960 के आसपास एक एक्ट के तहत इस पर रोक लगा दी गई। कई लोगो की फैमिली उधर चली गई और यहां रहे लोग वहां की लाइफस्टाइल से खासे प्रभावित होते थे। इसके बाद मुसीबत यह आने लगी कि उन्हें वीजा नहीं मिलता था, फिर धीरे-धीरे यह शुरू हुआ, लोगों ने गैरकानूनी तरीके से बॉर्डर क्रॉस करना शुरु किया, तो वहीं से यह टर्म आया कि ये लोग डंकी रूट अपनाकर जा रहे हैं। तब एहसास हुआ कि अगर ऐसा कुछ हो रहा है, तो इसके पीछे कहानी जरूर होगी। फिर राजकुमार हिरानी ने इस पर रिसर्च करना शुरू किया और फाइनली यह फिल्म बनाने की सोची।