बॉलीवुड एक्टर अभिषेक बच्चन और रानी मुखर्जी की फिल्म ‘बंटी और बबली’ की रिलीज को 20 साल पूरे हो चुके हैं। फिल्म में इन दोनों के अलावा अमिताभ बच्चन भी डीसीपी के किरदार में नजर आए थे। इस मौके पर अमिताभ ने फिल्म से जुड़े दिलचस्प किस्से शेयर किए। उन्होंने बताया कि ‘बंटी और बबली’ के प्रमोशन के लिए एक म्यूजिक वीडियो शूट किया गया था। उन्होंने कहा कि ‘यह बंटी और बबली के रैप ट्रैक ‘बी एंड बी’ के लिए विजुअल्स थे। बहुत ही आकर्षक और बहुत कम उम्र के।’ म्यूजिक-वीडियो या आइटम सॉन्ग को ओपनिंग टाइटल या एंड टाइटल के साथ रखने का चलन यशराज फिल्म्स में धूम के साथ शुरू हुआ। मुझे इसे फिल्माने में बहुत मजा आया।
श्यामक डावर ने कोरियोग्राफ किया गाना
अमिताभ बच्चन ने बताया, ‘इस गाने को श्यामक डावर ने कोरियोग्राफ किया था, जो शूटिंग के दौरान शारीरिक रूप से मौजूद नहीं थे। श्यामक देश से बाहर थे लेकिन फिर भी उन्होंने प्रॉक्सी के जरिए बहुत ही बारीक निर्देश दिए। हमें उनके डांस स्टेप्स को फॉलो करने में कोई परेशानी नहीं हुई। मुझे याद है कि शाहरुख खान ने इसे पांच बार देखा था।’
कजरारे पर क्या बोले अमिताभ बच्चन?
अमिताभ बच्चन ने आगे कहा, ‘बंटी और बबली में मैंने अभिषेक और ऐश्वर्या के साथ कव्वाली कजरारे भी किया था। हमने कभी नहीं सोचा था कि यह गाना इतना पॉपुलर हो जाएगा।’ उन्होंने कहा, ‘एबी म्यूजिक वीडियो के लिए कोई अजनबी नहीं हैं। 1980 के दशक में जब उन्होंने अस्थायी रूप से फिल्म अभिनय छोड़ दिया था, तो उन्होंने तमिल-तेलुगु-मलयालम अभिनेत्री शोभना के साथ अपने हिट गाने कभी कभी मेरे दिल में पर आधारित एक म्यूजिक वीडियो शूट किया था।’
आदित्य चोपड़ा के दिमाग की उपज
उन्होंने आगे कहा, ‘सच कहूं तो मुझे लगता है कि मैं डांस नंबर के लिए बहुत बूढ़ा हो गया हूं। यह धारणा बंटी और बबली के म्यूजिक वीडियो से बनी है, जिसमें उन्होंने मुझसे रैप गाना करवाया था लेकिन मैं न तो भगवान हूं और न कोई इंसान हूं। मैं अमिताभ बच्चन हूं। मैं म्यूजिक वीडियो को मिली प्रतिक्रिया से बहुत हैरान था। यह एक शानदार चाल थी, जो कामयाब रही। यह आदित्य चोपड़ा के दिमाग की उपज थी। एक सुबह वे मेरे पास आए और मुझे फिल्म के प्रचार के लिए यह करने का सुझाव दिया। यह वाकई डरावना और मुश्किल था। लेकिन मैं किसी तरह इससे बाहर निकल आया (आह भरते हुए)।’
शाद ने 60-70 के दशक के सिनेमा को श्रद्धांजलि दी
बंटी और बबली के निर्देशक शाद अली के बारे में बात करते हुए अमिताभ बच्चन ने कहा, ‘वह बहुत प्यारे और दयालु इंसान हैं। ये उनके काम में नजर आता है। उनकी फिल्में दृष्टिकोण और संवेदनशीलता के मामले में बहुत अलग हैं। उनके काम को देखें और आप पाएंगे कि उन्होंने अपने सौंदर्य मूल्यों को यूपी में अपने बचपन से ही सीखा है। उन्हें अपने माता-पिता दोनों से बहुत सारी संस्कृति और सौंदर्य बोध मिला है। बंटी और बबली में बहुत सारी जानबूझ कर दिखावटी हरकतें की गई थीं, लेकिन कुछ भी ऐसा नहीं था जो झकझोरता हो। शाद ने 1960 और 70 के दशक के सिनेमा को श्रद्धांजलि दी।’