बॉलीवुड और टॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री सौंदर्या की मौत को लेकर 22 साल बाद नया खुलासा हुआ है। सूर्यवंशम फिल्म में अमिताभ बच्चन के साथ नजर आईं सौंदर्या की मौत को अब तक एक विमान दुर्घटना माना जा रहा था, लेकिन हाल ही में एक सनसनीखेज दावा किया गया है। इस मामले में एक व्यक्ति ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए उनकी मौत को हत्या बताया है। क्या है पूरा मामला, चलिए आपको बताते हैं।
शिकायत में क्या कहा गया?
खम्मम जिले के एक व्यक्ति चिट्टीमल्लू ने एसीपी और जिला प्रशासन को लिखित शिकायत दी है, जिसमें अभिनेता मोहन बाबू पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने सौंदर्या की हत्या करवाई थी। शिकायतकर्ता ने सरकार से अनुरोध किया है कि मोहन बाबू द्वारा कब्जाई गई जमीन को सरकार अपने कंट्रोल में ले और इसे अनाथालय या सैन्य सेवाओं के लिए इस्तेमाल किया जाए।
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क्या था संपत्ति विवाद?
शिकायत के मुताबिक, सौंदर्या ने हैदराबाद के जलपल्ली क्षेत्र में 6 एकड़ जमीन खरीदी थी। इस जमीन को लेकर उनका और मोहन बाबू के बीच विवाद चल रहा था। बताया जा रहा है कि मोहन बाबू इस जमीन को बेचना चाहते थे, लेकिन सौंदर्या और उनके भाई अमरनाथ ने इसका विरोध किया। इसी को लेकर दोनों के बीच मनमुटाव हो गया था।
कैसे हुई थी सौंदर्या की मौत?
17 अप्रैल 2004 को सौंदर्या भारतीय जनता पार्टी और तेलुगु देशम पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करने करीमनगर जा रही थीं। लेकिन दुर्भाग्यवश, उनका प्राइवेट एयरक्राफ्ट उड़ान भरते ही क्रैश हो गया, जिसमें उनकी मृत्यु हो गई। उस वक्त कहा गया था कि ये एक दुर्घटना थी, लेकिन अब इसे हत्या करार दिया जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सौंदर्या उस समय गर्भवती थीं और उनकी बॉडी तक परिजनों को नहीं सौंपी गई थी।
मोहन बाबू पर क्यों उठ रहे सवाल?
रिपोर्ट के मुताबिक, सौंदर्या की मृत्यु के कुछ समय बाद ही जलपल्ली में स्थित विवादित 6 एकड़ जमीन का उपयोग मोहन बाबू द्वारा किया गया था। अब जब ये मामला फिर से उठा है, तो पुलिस पर भी निष्पक्ष जांच का दबाव बढ़ गया है।
शिकायतकर्ता को जान का खतरा?
शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में कहा है कि मोहन बाबू से उसे जान का खतरा है, इसलिए उसे सुरक्षा प्रदान की जाए। इसके अलावा, उन्होंने मांचू परिवार में चल रहे विवाद का भी जिक्र किया और मांग की कि जलपल्ली की जमीन को प्रशासन अपने कब्जे में ले।
हालांकि, इस पूरे मामले में अभी तक कोई ठोस सबूत सामने नहीं आया है। कुछ लोग इसे महज पब्लिसिटी स्टंट बता रहे हैं। वहीं, मोहन बाबू की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
क्या होगा आगे?
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या पुलिस इस मामले में कोई जांच शुरू करेगी या ये मामला केवल एक अफवाह बनकर रह जाएगा। 22 साल पुराने इस केस को दोबारा खोलने की मांग की जा रही है, जिससे ये पता लगाया जा सके कि सौंदर्या की मौत सच में एक हादसा थी या किसी सोची-समझी साजिश का हिस्सा।
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