Sky Force Review: (Navin Singh Bhardwaj) इंडियन आर्मी, नेवी और एयरफोर्स पर बेस्ड फिल्मों में देशभक्ति कूट-कूटकर भरी होती है और इन पैट्रियाटिक फिल्मों के लिए रिपब्लिक डे वीक, इंडीपेंडेंस वीक वाला मौका सबसे सही होता है। जब हर ओर तिरंगा लहराता है और दिल में देश भक्ति भरी होती है।
पिछले साल गणतंत्र दिवस के मौके पर ऋतिक रोशन की फिल्म ‘फाइटर’ रिलीज हुई थी, जो इंडियन एयरफोर्स की सर्जिकल स्ट्राइक पर बेस्ड फिल्म थी। इस रिपब्लिक डे वीक में साल 1965 में हुई इंडियन एयरफोर्स की पहली सर्जिकल स्ट्राइक पर बनी फिल्म ‘स्काई फोर्स’ आ रही है। इस फिल्म में अभिनेता अक्षय कुमार और महाराष्ट्र के पूर्व चीफ मिनिस्टर सुशील कुमार शिंदे के नाती वीर पहाड़िया मुख्य भूमिका में नजर आ रहे हैं। अब स्काई फोर्स ने कितनी उड़ान भरी है, इसके लिए पढ़िए न्यूज 24 का रिव्यू।
कैसी है फिल्म की कहानी?
‘स्काई फोर्स’ की शुरुआत 1971 से होती है, जहां भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बना हुआ है। बंगाल विभाजन को लेकर पाकिस्तान भारत पर हमले कर रहा था। विंग कमांडर कुमार ओम आहूजा यानी अक्षय कुमार पाकिस्तानी वायु सेना के विंग कमांडर अहमद यानी शरद केलकर को हिरासत में लेते हैं और उससे पूछताछ करते हैं।
जांच में पता चलता है कि 1965 के पाकिस्तान में हुए पहली भारतीय एयरस्ट्राइक के दौरान भारतीय वायु सेना के स्क्वाड्रन लीडर टी.के. विजया यानी वीर पहाड़िया लापता हो गए थे और उसकी जानकारी अहमद को है। फिर क्या था कुमार ओम आहूजा, टी.के विजया की तलाश में जुट जाते हैं। अपने सीनियर्स से मदद ना मिलने पर भी ओम आहूजा ने जांच जारी रखी, आखिरकार 10 साल बाद 1975 में अपने टीम मेम्बर की तलाश बंद कर दी।
लेकिन पूरे 19 बाद सन 1984 में उन्हें एक खत आता है, जिसे पढ़ने के बाद कुमार ओम आहूजा एक बार फिर नए सिरे से टी.के.आहूजा को ढूंढने में लगते हैं। तो क्या पूरे 20 साल बाद ओम आहूजा अपने दोस्त को ढूंढ पायेंगे…इसके किए आपको थिएटर का रुख करना पड़ेगा।
डायरेक्शन, राइटिंग और म्यूजिक
इस फिल्म को संदीप केवलानी और अभिषेक अनिल कपूर ने डायरेक्ट किया है। संदीप ने इस फिल्म को लिखा भी है और लिखने में उनका साथ दिया है ‘दृश्यम 2’ के स्क्रीनप्ले राइटर आमिल कियांन खान और ‘स्त्री 2’ के राइटर रह चुके नीरेन भट्ट ने। डायरेक्शन के मामले में संदीप और अभिषेक ने अच्छा काम किया है। फिल्म की शुरूआत के 10 मिनट में अंदाजा हो जाता है कि ये फिल्म कैसी होने वाली है और इसके अगले 15 मिनट में जो कैरेक्टर बिल्डअप किया, वो थोड़ा ढीला पड़ गया।
मगर इसके बाद कहानी ने पेस पकड़ा और इंटरवल तक फिल्म से दर्शक जुड़े रहते हैं। इंटरवल के बाद एयर स्ट्राइक के वीएफएक्स बेहतरीन हैं। फाइटर के बाद स्काई फोर्स में एरियल एक्शन देख कर मजा आता है। यहां म्यूजिक की कमान तनिष्क बागची ने पकड़ी है। फिल्म में कई जगह इमोशनल मोमेंट है, जहां तनिष्क ने अच्छे गाने दिए हैं। फिल्म में बैकग्राउंड स्कोर मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के म्यूजिक डायरेक्टर जस्टिन वर्गीज ने दिए हैं और उन्होंने भी ठीक-ठाक काम किया है।
एक्टिंग
अक्षय कुमार और वीर पहाड़िया के अलावा इस फिल्म में निम्रत कौर और सारा अली ख़ान नज़र आई है। बीते साल तीन बैक टू बैक फ्लॉप फिल्में देने के बाद, इस साल की शुरुआत में ही अक्षय स्काई फोर्स से उड़ान भर रहे हैं। एक्टिंग के मामले में अक्षय पर एयरफोर्स की वर्दी सजी हैं और विंग कमांडर की पोजिशन में फिट लगे हैं। क्लाइमेक्स में अक्षय का मोनोलॉग इफेक्टिव है।
डेब्यूटेंट वीर पहाड़िया का डेब्यू ठीक-ठीक है, पहली फिल्म होने के वजह से वो स्क्रीन पर थोड़े नर्वस हैं। मगर पिछले हफ्ते ही रिलीज़ हुई अमान देवगन की आजाद के मुकाबले तो वो वीर पहाड़िया बीस ही लगते हैं। फिल्म में सारा का काम कैमियो जैसा ही है, शायद इसी वजह से प्रमोशन्स में भी नहीं दिखीं। काम उनका कोई बिलो-एवरेज है और निम्रत का रोल छोटा है, लेकिन काम सारा से कहीं बेहतर है।
फाइनल वर्डिक्ट
नए साल और गणतंत्र दिवस के अवसर पर स्काई फोर्स फिल्म आ रही है। एक सच्ची घटना पर आधारित है, देश भक्ति और बलिदान दोनो ही इमोशन्स फिल्म में अच्छे हैं। मौके के हिसाब से स्काई फोर्स देखी जा सकती है।
स्काई फोर्स को मिलते हैं – 3 स्टार
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