Samantha ruth prabhu trolled for misleading: सोशल मीडिया पर सामंथा रुथ प्रभु अपने यूजर्स को मिस लीड करने के लिए जमकर ट्रोल हो रही हैं। एक्ट्रेस ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें वो एक वेलनेस कोच के साथ हेल्थ और डिटॉक्स के तरीकों को लेकर बात करती नजर आ रही थीं। ये वीडियो सामंथा ने अपने यूट्यूब चैनल के लिए बनाया था।
वीडियो में वो वेलनेस कोच अलकेश से बॉडी डिटॉक्स करने के लिए हर्ब्स इस्तेमाल करने के तरीके के ऊपर बात कर रही हैं। वेलनेस कोच डेंडिलियन रूट्स से बनी चाय और लिवर डिटॉक्स के लिए इसके फायदे के बारे में बता रहे हैं। एक्ट्रेस के इस पोस्ट को ‘द लिवर डॉक’ नाम के पेज ने रिपोस्ट कर कहा कि सामंथा अपने 33 करोड़ यूजर्स को मिस लीड कर रही हैं।
ट्रोलर ने सामंथा को बताया अनपढ़
सामंथा के वीडियो को शेयर करते हुए ट्रोलर्स ने लिखा कि ये पॉडकास्ट एक हेल्थ इलिटरेट और वेलनेस कोच का है, जिन्हें बिल्कुल नहीं पता कि इंसानी शरीर किस तरह काम करता है। वेलनेस कोच सच में मेडिसिन से जुड़ी जानकारी रखते हैं या नहीं, इसमें भी शक है। ये नहीं पता कि इन पर इतने लोग भरोसा कैसे करते हैं।
वीडियो में बताया गया डैंडेलियन का उपयोग कितना सही
सामंथा के वीडियो में डैंडेलियन की चाय पीने की बात कही गई। ये भी बताया गया है कि इससे चाय और कॉफी को पीने की चाह कम होने लगती है। वहीं ‘द लिवर डॉक’ ने अपने पोस्ट में इंसानों और जानवरों के ऊपर हुए रिसर्च का हवाला देते हुए बताया किस तरह के डैंडेलियन का इस्तेमाल करना सही है। वहीं शहरी और दूसरे कई जगहों पर उगने वाले डैंडेलियन जहरीले होते हैं। कई बार लोगों के लिए पहचान कर पाना मुश्किल होता है।
This is Samantha Ruth Prabhu, a film star, misleading and misinforming over 33 million followers on "detoxing the liver."
The podcast feature some random health illiterate "Wellness Coach & Performance Nutritionist" who has absolutely no clue how the human body works and has the… pic.twitter.com/oChSDhIbu2
— TheLiverDoc (@theliverdr) March 10, 2024
किस बीमारी से परेशान थी सामंथा रुथ प्रभु
सामंथा रुथ प्रभु ने पिछले साल खुलासा किया था कि वो मायोसाइटिस नाम की बीमारी से पीड़ित हैं। ये एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जो शरीर में मसल्स को कमजोर बना देती है। इससे बॉडी मसल्स में दर्द रहता है। इसका कोई इलाज नहीं है, इसके लिए बस लाइफस्टाइल में बदलाव करना पड़ता है।