Oscar Interesting Fact: ऑस्कर अवॉर्ड 2024 को लेकर काफी बज्ज बना हुआ है। इस बार इस अवॉर्ड में कौन धमाल मचाएगा ये देखने के लिए पूरी दुनिया बेताब बैठी है। 11 मार्च को डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर सुबह 4 बजे से अवॉर्ड शो का लाइव टेलीकास्ट होगा। ऐसे में सभी लोग दिल थामकर बैठे हुए हैं। बीते साल फिल्म RRR का ऑस्कर में जलवा देखने को मिला था। साथ ही थप्पड़ कांड ने पूरी दुनिया का ध्यान खींच लिया था। विल स्मिथ (Will Smith) ने क्रिस रॉक (Chris Rock) को स्टेज पर थप्पड़ जड़कर खूब सुर्खियां बटोरीं। वहीं, अब इस प्रतिष्ठित अवॉर्ड शो को लेकर को हम आपको एक अहम जानकारी देने वाले हैं।
इस नियम का पालन करने पर ही मिलती है ऑस्कर ट्रॉफी
बेहद कम लोगों को ऑस्कर अवॉर्ड के कुछ खास नियमों के बारे में पता होगा। इन्हीं में से एक है कि विजेता को पुरस्कार देने से पहले उससे एक खास कॉन्ट्रैक्ट साइन करवाया जाता है। इस कॉन्ट्रैक्ट में एक खास शर्त का उल्लेख होता है जिसे मानने वाले को ही ट्रॉफी दी जा सकती है। अगर कोई इस शर्त को मानने से इंकार कर दे तो उसे अवॉर्ड नहीं दिया जाता और अगर कोई इस नियम का उल्लंघन करे तो सीधा ऑस्कर एकेडमी की लीगल टीम उस शख्स को फोन खड़का देती है और एक्शन भी ले लेती है।
Now through Sunday, March 10, guests can visit the #Oscars Fan Experience, an exclusive FREE fan photo-op experience celebrating the Oscars® at the Academy Museum.
Check out this amazing immersive installation that is sure to dazzle! Learn more: https://t.co/pWHUd37AID pic.twitter.com/yh32B8LUPH
---विज्ञापन---— Academy Museum of Motion Pictures (@AcademyMuseum) March 9, 2024
ये है कॉन्ट्रैक्ट में लिखी खास शर्त
दरअसल, ऐसा नियम है कि इस ऑस्कर अवॉर्ड को बेचा नहीं जा सकता। ऐसे में पहले ही विजेता से कॉन्ट्रैक्ट साइन करवा लिया जाता है कि वो ट्रॉफी नहीं बेचेगा। कई बार लोग ट्रॉफी बेच पैसा जुटाने की कोशिश करते हैं। लोगों को ये गलतफहमी होती है कि ये ट्रॉफी सोने से बनी है। हालांकि, सच्चाई तो ये है कि इसे कांस्य से तैयार किया जाता है। बस ट्रॉफी के ऊपर 24 कैरेट सोने की परत चढ़ा दी जाती है। ऐसे में इसे बनाने की कीमत कुल 1000 डॉलर मतलब करीब 82 हजार रुपये है।
यह भी पढ़ें: क्या Ibrahim Ali Khan ने दुनिया के सामने कबूला Palak के लिए प्यार? सबके सामने पकड़ लिया हाथ
ट्रॉफी बेचने पर मिलेगी ये कीमत
लेकिन अगर आप इसे बेचने जाएंगे तो आपको कुल 1 डॉलर यानी करीब 82 रुपये मिलेंगे। दरअसल, जिस कॉन्ट्रैक्ट की हम बात कर रहे थे उसके मुताबिक, इस अवॉर्ड को किसी को भी बेचा नहीं जा सकता क्योंकि इसकी कीमत पैसों से नहीं लगाई जा सकती। ये सिर्फ मेहनत के दम पर टैलेंट को सपोर्ट करने के लिए दिया जाता है। लेकिन किसी वजह से अगर कोई ये अवॉर्ड लौटा रहा है या बेच रहा है तो उसे एकेडमी को ही इसे बेचना होगा। ये एकेडमी ही इस अवॉर्ड की असली हकदार होगी। ट्रॉफी को बेचने का पहला राइट किसी और के पास नहीं बल्कि एकेडमी के ही पास है।