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शिक्षा

डिप्रेशन के कारण NDA से निकाले गए, पर नहीं टूटा हौसला, UPSC क्रैक कर बन गए IAS

UPSC Success Story: IAS मनुज जिंदल की कहानी यह साबित करती है कि चुनौतियों से भागने की जगह उनका सामना करना चाहिए। चाहे एनडीए छोड़ना पड़ा हो, या पहले दो प्रयासों में सफलता न मिली हो – उन्होंने हर मुश्किल को अवसर में बदला और अपनी मंज़िल तक पहुंचे।

Author Edited By : News24 हिंदी Updated: May 11, 2025 15:58
ias manuj jindal

IAS Manuj Jindal Success Story: यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा को पास करना हर साल लाखों युवाओं का सपना होता है, लेकिन सफलता कुछ गिने-चुने उम्मीदवारों को ही मिलती है। इन्हीं सफल उम्मीदवारों में से एक हैं IAS मनुज जिंदल, जिन्होंने 2017 में ऑल इंडिया रैंक 53 हासिल कर देश के सबसे प्रतिष्ठित सेवाओं में अपना स्थान बनाया।

NDA में हासिल की ऑल इंडिया 18वीं रैंक
मनुज जिंदल मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के रहने वाले हैं। उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई के बाद देहरादून के एक स्कूल से शिक्षा प्राप्त की। बचपन से ही अनुशासन और सेवा की भावना उनमें गहराई से जुड़ी रही। यही कारण है कि 18 वर्ष की उम्र में उन्होंने NDA (नेशनल डिफेंस एकेडमी) की परीक्षा क्रैक कर ली और ऑल इंडिया रैंक 18वीं प्राप्त की।

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डिप्रेशन के कारण NDA छोड़ना पड़ा
एनडीए में उनका पहला ट्रेनिंग सेशन सफल रहा, लेकिन दूसरे टर्म में वे एंग्जायटी और डिप्रेशन से जूझने लगे। उनकी मानसिक स्थिति को देखते हुए, उन्हें कोर्स से अयोग्य घोषित कर दिया गया। यह उनके जीवन का एक कठिन मोड़ था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और आगे की पढ़ाई का रास्ता चुना।

विदेश में पढ़ाई और कॉर्पोरेट करियर
एनडीए छोड़ने के बाद उन्होंने अमेरिका के वर्जीनिया विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्हें बार्कलेज (Barclays) से एक शानदार जॉब ऑफर मिला, जहां उन्होंने तीन साल तक काम किया और एक अच्छी सैलरी पर कॉर्पोरेट दुनिया का अनुभव प्राप्त किया।

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भारत लौटकर UPSC की राह चुनी
तीन साल के सफल कॉर्पोरेट करियर के बाद, वे भारत लौट आए, जहां उनके छोटे भाई यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे। इससे प्रेरित होकर मनुज ने भी UPSC सिविल सेवा परीक्षा देने का फैसला किया और 2014 में पहली बार परीक्षा में बैठे। उन्होंने प्रीलिम्स और मेंस दोनों क्लियर कर लिए, लेकिन फाइनल लिस्ट में जगह नहीं बना सके।

संघर्ष और सफलता की कहानी
मनुज ने हार नहीं मानी। दूसरे प्रयास में वे रिजर्व लिस्ट में शामिल हुए। आखिरकार, तीसरे प्रयास में उन्होंने 2017 में सफलता हासिल की और ऑल इंडिया 53वीं रैंक के साथ IAS बने। उनकी यह यात्रा कई युवाओं के लिए प्रेरणादायक बन गई है, खासकर उनके लिए जो असफलताओं से जल्दी हिम्मत हार जाते हैं।

UPSC पर आधारित किताब और YouTube चैनल
मनुज जिंदल ने अपनी तैयारी के अनुभवों को साझा करते हुए ‘Acing the Art of Answer Writing’ नामक किताब लिखी है, जो UPSC के उम्मीदवारों के लिए बेहद उपयोगी मानी जाती है। इसके अलावा, वे एक YouTube चैनल भी चलाते हैं, जहां वे UPSC तैयारी, रणनीतियों और आंसर राइटिंग टिप्स को लेकर छात्रों को मार्गदर्शन देते हैं। उनके वीडियो लाखों छात्रों को प्रेरित करते हैं।

First published on: May 11, 2025 03:58 PM

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