CBSE Class 10 Math Board Exam: साल 2024 में होने वाली 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए CBSE ने डेट शीट जारी कर दी है। सीबीएसई द्वारा जारी किए गए डेट शीट के अनुसार, कक्षा 10 वीं की बोर्ड परीक्षा 19 फरवरी 2024 को शुरू होगी और पहला पेपर संस्कृत का है, अंतिम पेपर 13 मार्च 2024 को है। वहीं 12वीं की परीक्षा 15 फरवरी से 2 अप्रैल 2024 के बीच आयोजित की जाएगी।
बोर्ड की परीक्षा में नंबर स्कोर करने का छात्रों पर अधिक दबाव होता है। गणित, विज्ञान जैसे विषयों को लेकर छात्रों में भय भी होता है। हालांकि डेट शीट तैयार करते समय बोर्ड ने इस बात का ध्यान रखा है कि दो विषयों के बीच पर्याप्त अंतर हो ताकि छात्र अच्छे से तैयारी कर सकें। गणित की परीक्षा 10 मार्च को है, जिसकी तैयारी के लिए तीन दिन का वक्त मिला है। आगे पढ़िए कैसे छात्र बोर्ड की परीक्षा में अच्छे नंबर स्कोर कर सकते हैं।
परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए पहले से तैयारी बेहद जरूरी है। कुछ छात्र परीक्षा सिर पर आने के बाद तैयारी शुरू करते हैं जिससे उनका नुकसान हो जाता है। फार्मूला, थ्योरम और कॉन्सेप्ट्स को पढ़ने और समझने की शुरुआत कर देनी चाहिए। एनसीईआरटी के प्रश्न पत्र को हल करने का अभ्यास करना चाहिए। शेड्यूल से पढ़ाई करने पर अभ्यास आसान हो जाता है। शेड्यूल बनाकर उसका पालन करना बोर्ड परीक्षा के दौरान जरूरी बताया जाता है।
तैयार कर लें फार्मूला की लिस्ट
गणित और विज्ञान में कई ऐसे फार्मूला हैं जिन्हें याद करना छात्रों के लिए एक चुनौती होती है। ऐसे में सभी जरूरी फार्मूला की एक लिस्ट तैयार कर लेनी चाहिए। उन्हें रोजाना दोहराने से याद रखने में आसानी हो सकती है। परीक्षा देते वक्त समय का अधिक महत्व होता है। टाइम मैनेजमेंट के लिए छात्रों को घर पर ही अभ्यास शुरू कर देना चाहिए।
मॉक टेस्ट पेपर से मिल सकता है फायदा
परीक्षा की शुरुआत से पहले छात्रों को मॉक टेस्ट पेपर हल करना चाहिए। यह छात्रों के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। कई मॉक टेस्ट पेपर आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं, जिसे निर्धारित समय में हल करने की कोशिश करनी चाहिए। इससे छात्रों को तैयारी का सही अनुमान मिलता है और टाइम मैनेजमेंट को समझने में आसानी होती है।
परीक्षा के वक्त छात्रों को हमेशा सलाह दी जाती है कि आसान और ठीक से समझ में आने वाले प्रश्नों को पहले हल करना चाहिए। ख़ास तौर पर गणित की परीक्षा में छात्र कठिन और अपरिचित प्रश्नों में उलझ जाते हैं, जिसमें अधिक समय बीत जाता है। ऐसे में गणित की परीक्षा के वक्त छात्रों को आसान और उन प्रश्नों को पहले हल करना चाहिए जिनको लेकर अतिमविश्वास हो।