Amazon Middle Management Changes: अमेजन के सीईओ एंडी जेसी कंपनी के स्ट्रक्चर में बड़े पैमाने पर बदलाव चाहते हैं और इस दिशा में कदम भी उठा रहे हैं। वह कंपनी में मिडिल मैनेजमेंट की बढ़ती लेयर्स को लेकर चिंतित हैं। उनका कहना है कि जितनी ज्यादा लेयर्स जोड़ी जाती हैं, उतने ही मिडिल मैनेजर अस्तित्व में आते हैं और ये मैनेजर हर चीज पर अपनी छाप छोड़ना चाहते हैं। एंडी जेसी इसके बजाए व्यक्तिगत कर्मचारियों को ज्यादा पावर देने के पक्षधर हैं।
ला रहे हैं ये बदलाव
ब्लूमबर्ग को दिए इंटरव्यू में अमेजन के सीईओ ने मिडिल मैनेजमेंट लेवल पर छंटनी को एक तरह से सही ठहराते हुए कहा कि मिडिल मैनेजमेंट में बढ़ते लोगों के चलते जरूरत से ज्यादा मीटिंग होती हैं और डिसिजन मेकिंग में ओनरशिप का अभाव नजर आता है। इस समस्या को दूर करने के लिए एंडी जेसी पदानुक्रम (Hierarchy) में बदलाव ला रहे हैं और व्यक्तिगत कर्मचारियों को अधिक जिम्मेदारी लेने तथा प्रोजेक्ट्स को आगे बढ़ाने के लिए सशक्त बना रहे हैं। सीईओ के इस बयान से माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में अमेजन में मिडिल मैनेजमेंट लेवल पर नौकरियों में और कमी देखने को मिलेगी।
RTO से कर्मचारी नाखुश
जेसी ने कहा कि इस बदलाव से कंपनी के भीतर गतिशीलता और दक्षता में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि इससे काम करने वाले लोगों को अधिक स्वामित्व मिलेगा और वे अधिक तेजी से आगे बढ़ सकेंगे। बता दें कि अमेजन ने सप्ताह में पांच दिन कर्मचारियों को ऑफिस आना अनिवार्य किया है। उसके रिटर्न-टू-ऑफिस (RTO) आदेश को लेकर कर्मचारियों में असंतोष है। हालांकि, कंपनी अपने निर्णय पर कायम है।
बेजोस के उत्तराधिकारी?
एंडी जेसी को अमेजन के फाउंडर जेफ बेजोस (Jeff Bezos) के उत्तराधिकारी के रूप में भी देखा जाता है। एंडी अपने शुरुआती दिनों में प्रोफेशनल एथलीट बनना चाहते थे। बाद में वह लॉ की तरफ मुड़े और फिर स्पोर्ट्सकास्टिंग और म्यूजिक मैनेजमेंट से जुड़े कुछ कोर्स भी किए। इसके बाद उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से MBA की डिग्री हासिल की। यहां से उनकी लाइफ ने सही ट्रैक पकड़ा, वह दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन से बतौर प्रोडक्ट मैनेजर जुड़े। 2021 में उन्हें कंपनी का सीईओ नियुक्त किया गया।
हमेशा सीखने की सलाह
अमेजन के सीईओ युवाओं को हमेशा सीखते रहने की सलाह देते हैं। पिछले साल एक पॉडकास्ट शो में उन्होंने कहा था कि हमें हमेशा सीखते रहना चाहिए। यह नहीं सोचना चाहिए कि हमें सबकुछ आता है। उन्होंने आगे कहा था कि जब आप इस बात को मानने लगते हैं कि आपको सबकुछ आता है, तो आप नए नजरिए और नए स्किल्स सीखने के अवसर छोड़ना शुरू कर देते हैं। इसके विपरीत सफल लोग हमेशा सीखने के लिए उत्साहित रहते हैं।