TCS layoff news: अगर आप टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS)में काम करते हैं तो आपके लिए बुरी खबर है. दरअसल, देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी Tata Consultancy Services (TCS) कर्मचारियों की छंटनी करने वाली है. कंपनी अभी बदलाव के दौर से गुजर रही है और ग्राहकों की बदलती मांग, ऑटोमेश और खुद को एक्टिव बनाने के लिए अपने कर्मचारियों का पुनर्गठन कर रही है. रिपोर्ट के अनुसार, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) लंबे समय से काम कर रहे जिन कर्मचारियों की छंटनी कर रही है, उन्हें दो साल की सैलरी तक का सेवरेंस पैकेज दे रही है.
आईटी कंपनी ने बदलती मांग और बढ़ते ऑटोमेशन के जवाब में अपने वर्कफोर्स को फिर से व्यवस्थित किया है. 9 अक्टूबर को Q2 की घोषणा पर सभी की नजरें टिकी हैं.
सभी बेंच कर्मचारी नहीं निकाले जा रहे
मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, सभी बेंच कर्मचारियों को नहीं निकाला जा रहा है; केवल वे कर्मचारी प्रभावित होंगे जो 8 महीने से अधिक समय से बिना किसी उचित भूमिका के काम नहीं कर रहे हैं. इसको इस तरह समझें कि सिर्फ वही कर्मचारी प्रभावित होंगे जिनका रोल, मौजूदा या भविष्य की भूमिकाओं से मेल नहीं खाता है. TCS की नई 35-दिन की बेंच पॉलिसी 12 जून को लागू हुई थी और 17 जुलाई को समाप्त हो गई. इस पॉलिसी के तहत, कर्मचारियों को एक साल में प्रोजेक्ट असाइनमेंट के बिना अधिकतम 35 वर्किंग डे की अनुमति थी. इस सीमा से अधिक होने पर पदोन्नति या नौकरी से बर्खास्तगी हो सकती है.
टीसीएस ने पुनर्गठन के लिए 2% कर्मचारियों की छंटनी की
इस साल की शुरुआत में, टीसीएस ने घोषणा की थी कि वह अगले एक साल में अपने लगभग 2 प्रतिशत कर्मचारियों 12,000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से हटा देगी. बुधवार को, एनआईटीईएस ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को लिखे एक पत्र में यह भी मुद्दा उठाया कि टीसीएस कथित तौर पर पुणे में लगभग 2,500 कर्मचारियों को नौकरी छोड़ने के लिए मजबूर कर रही है. हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स और उद्योग में चल रही चर्चा के अनुसार, टीसीएस ने कहा कि संगठन के भीतर कौशल को फिर से व्यवस्थित करने के उसके हालिया कदमों से केवल कुछ ही कर्मचारियों पर असर पड़ा है.
कंपनी दे रही है 2 साल तक का सर्वेंस पैकेज
इस पॉलिसी के तहत करीब 12,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाले जाने की योजना है.जिन कर्मचारियों को निकाला जा रहा है, कंपनी उन्हें 2 साल तक का सर्वेंस पैकेज (severance package) दे रही है. जिन कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जाएगा, उन्हें तीन महीने का नोटिस पीरियड का वेतन मिलेगा, इसके बाद सेवा अवधि के आधार पर छह महीने से दो साल तक का वेतन भी दिया जाएगा. इस श्रेणी में न्यूनतम ग्रेच्युटी छह महीने का वेतन है.
रिपोर्ट के अनुसार, 15 साल से ज़्यादा सेवा वाले कर्मचारियों को सबसे ज़्यादा भुगतान मिलता है, जो दो साल की सैलरी तक हो सकता है. 10-15 साल सेवा वाले कर्मचारियों को लगभग 1.5 साल का सेवरेंस पे मिलता है.