---विज्ञापन---

बिजनेस

Closing Bell: दबाव में दिखा बाजार, महज 187 पॉइंट्स की बढ़त हासिल कर पाया सेंसेक्स

शेयर बाजार में जहां कल अच्छा उछाल देखने को मिला था। वहीं, आज मार्केट दबाव में नजर आया। शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स और निफ्टी लड़खड़ा रहे थे। गनीमत बस इतनी रही कि बाजार लाल निशान पर बंद नहीं हुआ।

Author Edited By : Neeraj Updated: Apr 22, 2025 16:00
Stock Market Live Updates, share market today, Stock Market today,
Photo Credit: Google

शेयर बाजार के लिए आज का दिन उतार-चढ़ाव वाला रहा। मार्केट तेजी के साथ खुला लेकिन चंद ही मिनट में तस्वीर बदल गई। इसके बाद मार्केट लाल और हरे निशान के बीच झूलता नजर आया। हालांकि, एक अच्छी बात यह रही कि सेंसेक्स और निफ्टी लाल निशान पर बंद नहीं हुए। क्लोजिंग बेल बजने पर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 187.09 अंकों की मजबूती के साथ 79,595.59 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 41.70 अंक चढ़कर 24,167.25 पर पहुंच गया।

कमजोर ग्लोबल संकेत

भारतीय बाजार आज कमजोर वैश्विक संकेतों के चलते शुरुआत से ही दबाव में दिखाई दिया। जापान का निक्केई इंडेक्स लगभग सपाट रहा। इसी तरह, दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स, ताइवान का TAIEX इंडेक्स भी दबाव में रहे। जबकि चीन के SSE Composite और हांगकांग के हैंग सैंग इंडेक्स में हल्का उछाल देखने को मिला। ग्लोबल रेटिंग एजेंसी Moody’s का कहना है कि मई में होने वाली बैठक में बैंक ऑफ जापान ब्याज दरों में कटौती पर ब्रेक लगा सकता है। ऐसे में जापान के मार्केट में आगे भी नरमी देखने को मिल सकती है।

---विज्ञापन---

यूएस पर टिकी है नजर

अमेरिकी बाजार 21 अप्रैल को गिरावट के साथ बंद हुआ था। इसकी वजह यूएस-चीन के बीच बढ़ती ट्रेड वॉर और फेड रिजर्व चीफ के साथ बिगड़ते डोनाल्ड ट्रंप के रिश्ते रहे। डोनाल्ड ट्रंप ने फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल को हारा हुआ व्यक्ति करार देते हुए उन्हें रिप्लेस करने के भी संकेत दिए हैं। ट्रंप जेरोम पॉवेल द्वारा अपनी टैरिफ नीतियों की आलोचना से नाराज हैं। बता दें कि 6-7 मई को अमेरिकी केंद्रीय बैंक यानी फेडरल रिजर्व की बैठक होनी है और ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद लगभग न के बराबर है। ऐसे में यूएस मार्केट में गिरावट जारी रह सकती है और इसका असर भारत सहित दूसरे बाजारों पर भी पड़ सकता है।

---विज्ञापन---

बनी रहेगी यह आशंका

भारतीय मार्केट के लिए एक अच्छी बात यह है कि विदेशी निवेशकों ने खरीदारी पर जोर देना शुरू कर दिया है। पिछले सत्र में उन्होंने 1970 करोड़ की खरीदारी की, जबकि बिकवाली की कोई जानकारी सामने नहीं आई है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि ग्लोबल लेवल पर उथल-पुथल से भारतीय बाजार भी प्रभावित है, लेकिन घरेलू स्तर पर मजबूत फंडामेंटल उस प्रभाव को व्यापक नहीं होने दे रहे। हालांकि, अगर अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ता है, तो भारतीय बाजार पर भी दबाव हावी हो सकता है। उन्होंने निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी है।

यह भी पढ़ें – सावधान! बाजार में आने वाली है बड़ी गिरावट, इस भविष्यवाणी से उड़े निवेशकों के होश

First published on: Apr 22, 2025 04:00 PM

संबंधित खबरें