Repo Rate Cut: सरकार ने लगभग 5 साल बाद रेपो रेट में 25 BPS की कटौती की है। जहां एक तरफ इससे इन्वेस्टर्स और इलेक्ट्रॉनिक्स मार्केट को फायदा मिलने की बात कही जा रही है, वहीं दूसरी तरफ सरकारी सेविंग स्कीम में इन्वेस्ट करने वाले लोगों के लिए बुरी खबर है। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि रेपो रेट के बढ़ने के बाद PPF और SSY जैसी स्कीम की ब्याज दरों में कटौती हो सकती है।
ऐसे में अगर आप पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) या सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) जैसी छोटी सेविंग स्कीम में निवेश करते हैं, तो आपको निराशा का सामना करना पड़ सकता है। सरकार नए वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के लिए इन स्कीम की ब्याज दरों में कटौती कर सकती है। आइए इसके बारे में जानते हैं।
क्यों कम होगा इंटरेस्ट रेट
जैसा कि हम जानते हैं कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में रेपो रेट में कटौती की है। ऐसे में सरकार खपत को बढ़ावा देने और कर्ज सस्ता करने के लिए छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों को घटाने पर विचार कर सकती है। अगर ऐसा होता है, तो PPF, सुकन्या समृद्धि योजना, राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) और अन्य बचत योजनाओं में निवेश करने वालों को कम रिटर्न मिलेगा।
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Saving Scheme
अभी नहीं हुए कोई बदलाव
हालांकि अभी तक इस पर कोई जानकारी सामने नहीं आई है। फिलहाल 2025 की आखिरी तिमाही (जनवरी-मार्च 2025) के लिए सरकार ने इन सेविंग स्कीम की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। आइए इनकी ब्याज दरों के बारे में जानते हैं। बता दें कि यह ब्याज दरें सरकार हर तिमाही में समीक्षा के बाद तय करती है। पिछली बार सरकार ने FY 2023-24 की चौथी तिमाही के लिए कुछ योजनाओं में ब्याज दरों में बदलाव किया था।
स्कीम | ब्याज दर |
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) | 8.2% |
तीन साल की सावधि जमा (Fixed Deposit) | 7.1% |
पीपीएफ (PPF | 7.1% |
डाकघर बचत जमा खाता | 4% |
किसान विकास पत्र (KVP) | 7.5% |
राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) | 7.7% |
मासिक आय योजना (MIS) | 7.4% |
रेपो रेट में कटौती और इसका प्रभाव
RBI ने हाल ही में रेपो को 0.25% घटाकर 6.25% कर दिया है। यह लगभग पांच साल बाद पहली बार हुआ है कि रेपो रेट में कटौती की गई है। ऐसे में इसका असर दिखना आम बात है। रेपो रेट के कम होने से ब्याज दरों में कमी से होम लोन, कार लोन और अन्य लोन की मंथली ईएमआई कम होगी। हालांकि छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में भी गिरावट हो सकती है, जिससे निवेशकों को नुकसान होगा।
क्या करें इंवेस्टर्स?
ऐसी स्थिति में आपको अपने फाइनेंशियल प्लान में बदलाव करने की जरूरत हो सकती है। अगर आप इन स्कीम का फायदा पाना चाहते हैं तो तुरंत इन्वेस्ट करें, क्योंकि फिलहाल नई ब्याज दरें अभी लागू नहीं हैं। इसके अलावा आप म्यूचुअल फंड, बॉन्ड्स, और फिक्स्ड डिपॉजिट जैसी अन्य स्कीम में भी इन्वेस्ट कर सकते हैं। अगर सरकार ये फैसला लेती है तो उन इन्वेस्टर्स को इससे झटका लग सकता है, जो PPF, सुकन्या समृद्धि योजना और अन्य बचत योजनाओं में निवेश कर रहे हैं।
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