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कल से आ रहा RBI का नया चेक सिस्टम, फटाक से क्लियर होगा चेक

Cheque Clearance Rule 2025: ज‍िन लोगों का पेमेंट चेक से आता है, उनके ल‍िए अच्‍छी खबर है. क्‍योंक‍ि कल से नया चेक क्‍ल‍ियरेंस रूल लागू हो रहा है. इस नए न‍ियम के तहत अब चेक क्लियर होने के लिए 2 दिन इंतजार नहीं करना पड़ेगा. बल्‍क‍ि चेक कुछ ही घंटों में पास हो जाएगा और पैसा आपके अकाउंट में पहुंच जाएगा.

Author Written By: Vandana Bharti Author Published By : Vandana Bharti Updated: Oct 3, 2025 15:43

Cheque Clearance Rule 2025: कल यानी 4 अक्टूबर 2025 से, भारत का चेक क्लियरिंग सिस्टम लागू हो जाएगा और इसके साथ ही चेक क्‍ल‍ियर‍िंग स‍िस्‍टम बहुत तेज हो जाएगा. यह बैच-आधारित प्रक्रिया से बदलकर, चेक जमा होने के तुरंत बाद क्लियरिंग और सेटलमेंट हो जाएगा.इस बदलाव का मतलब है कि चेक से मिलने वाला पैसा अब 1-2 कारोबारी दिनों के बजाय कुछ ही घंटों में आपके बैंक खाते में आ जाएगा.

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने 3 अक्टूबर को एक ट्रायल रन आयोजित करने का शेड्यूल बनाया है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि बैंक आधिकारिक लॉन्च के लिए तैयार हैं. यहां उन बदलावों के बारे में जानकारी दी गई है जिन्हें आपको जानना चाहिए और वे आप पर कैसे असर डालेंगे.

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चेक क्लियरिंग में क्या बदल रहा है?
नए सिस्टम के तहत, अब चेकों को तय बैच में प्रोसेस नहीं किया जाएगा. बैंक सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक चलने वाले प्रेजेंटेशन सेशन के दौरान लगातार चेकों को स्कैन करके भेजेंगे. अब हर चेक लगभग रियल-टाइम में क्लियर हो जाएगा, जिससे क्लियरिंग का समय मौजूदा T+1 दिन से घटकर कुछ ही घंटों में हो जाएगा.

आरबीआई ने बैंकों को यह निर्देश भी दिया है कि वे सेशन के दौरान चेक को पॉजिटिव (मान्य) या नेगेटिव (अमान्य) रूप में कन्फर्म करें. अगर जिस बैंक पर चेक जारी किया गया है, वह कोई जवाब नहीं देता है, तो चेक को मंजूर मान लिया जाएगा और सेटलमेंट में शामिल कर लिया जाएगा.

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नया चेक क्लियरिंग सिस्टम कैसे काम करेगा?
सुबह 10 बजे से दोपहर 4 बजे के बीच जमा किए गए चेकों को तुरंत स्कैन करके क्लियरिंग हाउस को भेजा जाएगा.
सुबह 11 बजे से बैंक हर घंटे पेमेंट का सेटलमेंट करेंगे.
पहले चरण (4 अक्टूबर 2025 – 2 जनवरी 2026) में, बैंकों को शाम 7 बजे तक चेक कन्फर्म करना होगा; नहीं तो, चेक अपने आप मंजूर हो जाएगा.
दूसरे चरण (3 जनवरी 2026 से) में, बैंकों के पास हर चेक को कन्फर्म करने के लिए सिर्फ 3 घंटे का समय होगा. उदाहरण के लिए, सुबह 10 बजे से 11 बजे के बीच मिले चेक को दोपहर 2 बजे तक कन्फर्म करना होगा.
सेटलमेंट पूरा होने के बाद, बैंक सामान्य सुरक्षा उपायों के तहत 1 घंटे के अंदर ग्राहकों को पैसे जारी कर देगा.

यह मौजूदा सिस्टम से कैसे बेहतर है?
अभी, चेक क्लियर होने में 1-2 कामकाजी दिन लगते हैं. लगातार क्लियरिंग से:
फंड कुछ ही घंटों में अकाउंट में पहुंच सकते हैं
पूरे देश में क्लियरिंग की स्पीड एक जैसी होगी
चेक का स्टेटस ट्रैक करना आसान और पारदर्शी हो जाएगा
इससे बैंकों के लिए सेटलमेंट का जोखिम भी कम होगा और कुल मिलाकर एफिशिएंसी भी बढ़ेगी.

ग्राहकों के लिए इसका क्या मतलब है?
पैसा जल्दी मिलना
बिज़नेस के लिए तेज पेमेंट
भारत भर में एक जैसी क्लियरिंग स्पीड
चेक का स्टेटस आसानी से ट्रैक करना
ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि बदलाव के दौरान बिना किसी परेशानी के प्रोसेसिंग के लिए वे अपने बैंक से अपडेटेड रहें.

क्या यह सभी बैंकों पर लागू होगा?
हां. नए नियम आरबीआई के तीन क्लियरिंग ग्रिड – दिल्ली, मुंबई और चेन्नई – के तहत सभी बैंकों को कवर करते हैं, यानी पूरे देश को.

आरबीआई 3 अक्टूबर को विशेष ट्रायल क्यों कर रहा है?
इस ट्रायल से बैंकों को अपने सिस्टम और प्रोसेस को टेस्ट करने का मौका मिलेगा, ताकि 4 अक्टूबर को सिस्टम सुचारू रूप से शुरू हो सके. इससे लगातार क्लियरिंग के पहले दिन गलतियों या देरी की संभावना कम होगी.

क्या पहले भी चेक क्लियरिंग इतनी तेज होती थी?
भारत में चेक क्लियरिंग कई दशकों में धीरे-धीरे आधुनिक हुई है:

1980 से पहले: मैन्युअल प्रोसेसिंग, इसमें एक हफ्ता लग सकता था
1980: MICR सॉर्टिंग से लोकल क्लियरिंग 1-3 दिन में हो गई
2008: चेक ट्रंकेशन सिस्टम (CTS) से यह 1 दिन में हो गई
2021: पूरे देश में एक समान T+1 क्लियरिंग लागू हुई
2025: लगातार क्लियरिंग से प्रोसेसिंग कुछ घंटों में हो जाएगी

First published on: Oct 03, 2025 03:43 PM

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