Liquor News: होली से पहले ही उसकी खुमारी शुरू हो जाती है। रंगों के इस त्यौहार पर गुलाल और गुजिया के साथ-साथ शराब की बिक्री भी धड़ल्ले से होती है। उत्तर प्रदेश के नोएडा और ग्रेटर नोएडा में होली से पहले तीन दिनों में शराब की बिक्री में 17% से अधिक की वृद्धि देखी गई। इस दौरान, लोग 27 करोड़ रुपये मूल्य की छह लाख लीटर शराब पी गए।
सबसे ज्यादा बिकी बीयर
गर्मी ने इस बार मार्च की शुरुआत से ही अपना अहसास करा दिया था और होली आते-आते इसके तेवर तीखे हो गए, ऐसे में बीयर की जमकर बिक्री हुई। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 3.3 बल्क लीटर बीयर बिकी। इसके बाद देशी शराब (1.5 लाख लीटर) और विदेशी ब्रांड (1.2 लाख लीटर) का स्थान रहा। होली की पूर्व संध्या यानी 13 मार्च को सर्वाधिक 11 करोड़ रुपये शराब बेची गई।
भांग भी जमकर बिकी
शराब के साथ-साथ भांग की बिक्री में भी इस दौरान उछाल देखा गया। एक लाइसेंसधारी दुकानदार ने बताया कि होली के मौके पर 1.8 लाख रुपये की भांग बिकी, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 1.2 लाख रुपये था। दरअसल, होली पर भांग वाली ठंडाई का काफी इस्तेमाल किया जाता है। यह चलन धीरे-धीरे बढ़ रहा है, इस वजह से भांग की बिक्री में भी उछाल आ रहा है।
इस बार अधिक थी डिमांड
फेस्टिवल के मौके पर शराब की बिक्री अक्सर बढ़ जाती है, लेकिन इसमें सबसे ज्यादा उछाल होली और दिवाली पर देखने को मिलता है। TOI की रिपोर्ट में जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार के हवाले से बताया गया है कि इस बार होली पर शराब की डिमांड अधिक रही। पिछले साल होली से पहले के तीन दिनों में शराब की बिक्री लगभग 23 करोड़ रुपये थी, जो इस साल 27 करोड़ रुपये रही है।
खत्म हो गया स्टॉक
डिमांड का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कई दुकानों का स्टॉक खत्म हो गया, जबकि कुछ पर केवल चुनिंदा ब्रांड ही उपलब्ध रहे। वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि सामान्य दिनों में शराब की बिक्री 4-5 करोड़ रुपये प्रतिदिन है। त्यौहार के अवसर पर इसमें उछाल आ जाता है। ऐसे मौकों पर आबकारी विभाग पहले से ज्यादा सतर्क हो जाता है। दुकानों की जांच की जाती है, ताकि निर्धारित मूल्य से अधिक में बिक्री न की जा सके। वर्तमान में, नोएडा में 564 शराब की दुकानें हैं, लेकिन 1 अप्रैल से नई आबकारी नीति लागू होने के बाद यह संख्या घटकर 501 दुकानें रह जाएगी। क्योंकि बीयर और विदेशी शराब की दुकानों को कंपोजिट शॉप के रूप में मर्ज किया जाएगा।