Indian Stock Market Prediction for Next 5 Years: चुनावी रिजल्ट से एक दिन पहले आज शेयर मार्केट में जबरदस्त उछाल आया है। सेंसेक्स इस वक्त रिकॉर्ड 2000 पॉइंट से ज्यादा की तेजी के साथ 76,015 अपने नए ऑल टाइम पर पहुंच गया है। दूसरी तरफ निफ्ट में भी अभी 600 पॉइंट से ज्यादा की तेजी बनी हुई है जिसके बाद ये 23,152 पॉइंट पर बनी हुई है। वहीं एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस हफ्ते से शेयर बाजार में टिकाऊ तेजी शुरू होने के आसार हैं।
भारतीय शेयर की वैल्यू हो जाएगी डबल?
कुछ ब्रोकरेज कंपनियों ने तो यहां तक कह दिया है कि अगर सच में नतीजे एग्जिट पोल के हिसाब से आते हैं तो अगले 4-5 साल में भारतीय शेयर की वैल्यू लगभग दोगुनी हो सकती है। ऐसे में अगर आप भी अच्छी होल्डिंग करके बैठे हैं तो आपको अभी शेयर्स को बेचने से बचना चाहिए। वहीं, अगर एग्जिट पोल को देखें तो इसमें भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए को भारी बहुमत मिलती दिख रही है। इस तेजी की वजह कोटक म्यूचुअल फंड के एमडी नीलेश शाह ने शेयर बाजार सरकार की निरंतरता पर भरोसे को बताया है।
मार्केट में देखने को मिलेगा उतार-चढ़ाव
कार्नेलियन एसेट मैनेजमेंट के संस्थापक विकास खेमानी ने इस तेजी को लेकर पहले ही संकेत दिए थे और कहा था कि चुनाव के नतीजे आने तक 3-4 जून के बीच शेयर मार्केट में 2-4 परसेंट की तेजी देखने को मिल सकती है। यही नहीं उन्होंने यह भी कहा था कि अगर एग्जिट पोल के नतीजों में कुछ बदलाव होता है तो इससे गिरावट भी आ सकती है। इसका मतलब है कि आने वाले कुछ दिनों में हमें लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
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इन शेयर्स में उछाल के आसार
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, आने वाले 4-5 सालों में फाइनेंशियल, इन्फ्रा, आईटी, रियल्टी, डिफेंस शेयर्स में उछाल के आसार बनते दिख रहे हैं। बैंकिंग, आईटी और फार्मा शेयरों में तेजी आ सकती है। सरकारी कंपनियों और इनफ्रास्ट्रक्चर शेयर निफ्टी से ज्यादा चढ़ सकते हैं। डिफेंस, रेलवे, लॉजिस्टिक्स, रियल्टी, पावर, फाइनेंशियल शेयर्स में तो ताबड़तोड़ तेजी देखने को मिल सकती है।
इन तीन कारणों से बाजार में आ सकता है उछाल
- सबसे पहले मौजूदा सरकार अगर फिर से सत्ता में वापस आती है तो लेबर और लैंड रिफॉर्म जैसे कई सुधार होने की संभावना है। इससे मार्केट में बड़ा उछाल देखने को मिल सकता है।
- रुपये को मजबूत बनाने के लिए सरकार कई देशों से लेनदेन के लिए डॉलर की जगह अपनी लोकल करंसी का यूज कर सकती है। इससे भी बाजार में उछाल आ सकता है।
- इकनोमिक रिफॉर्म्स के कारण विदेशी निवेश बढ़ेगा। इससे कंपनियों की आय में भी बढ़ोतरी होगी जिससे शेयर बाजार का ऊपर जाना लगभग तय है और आपने वो एक वायरल रील तो देखी ही होगी ”इंसान हो या मार्केट जाएगा तो ऊपर ही”।