नौकरीपेशा लोगों की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। छंटनी का सिलसिला बदस्तूर जारी है। लगभग हर सेक्टर की कंपनियां किसी न किसी कारण से अपनी वर्कफोर्स कम कर रही हैं। दिग्गज आईटी कंपनी IBM से छंटनी की खबर सामने आई है। वैसे ये कोई पहला मौका नहीं है, पिछले साल भी IBM से ऐसी ही खबरें सामने आई थीं।
क्लाउड डिवीजन का साइज घटाया
‘द रजिस्टर’ की रिपोर्ट के अनुसार, टेक दिग्गज आईबीएम अमेरिका में हजारों कर्मचारियों की छंटनी कर रही है। कंपनी इसके साथ ही अपने क्लाउड क्लासिक डिवीजन का आकार भी काफी छोटा कर रही है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि क्लाउड क्लासिक में जॉब कट औपचारिक रीस्ट्रक्चरिंग प्रयास का हिस्सा है। क्लाउड क्लासिक का गठन 2013 में आईबीएम द्वारा सॉफ्टलेयर को खरीदने के बाद हुआ था। IBM भारत में भी मौजूद है। हालांकि, छंटनी के इस राउंड से कंपनी के भारतीय कर्मचारियों के प्रभावित होने की कोई जानकारी नहीं है।
भारत पर ज्यादा है फोकस
रिपोर्ट के अनुसार, सभी सटीक आंकड़ा सामने नहीं आया है कि कुल कितने लोगों की नौकरी जाएगी, लेकिन बड़े पैमाने पर छंटनी की आशंका है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि IBM अधिक से अधिक एम्प्लॉयमेंट को भारत शिफ्ट करने के लिए नीतियों में बदलाव कर रही है। हाल ही में नौकरी से निकाले गए आईबीएम के एक पूर्व कर्मचारी ने द रजिस्टर को बताया कि कंपनी के क्लाउड डिवीजन का लगभग 10% हिस्सा कटौती से प्रभावित हुआ है।
ये विभाग हुए हैं प्रभावित
रिपोर्ट में बताया गया है कि रैले, नॉर्थ कैरोलिना, न्यूयॉर्क सिटी एंड स्टेट, डलास, टेक्सास और कैलिफोर्निया छंटनी से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र हैं। विभिन्न विभागों के कर्मचारी छंटनी की जद में आए हैं। प्रभावित विभागों में कंसल्टिंग, कॉर्पोरेट सोशल रेस्पोंसिबिलिटी, क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर, बिक्री और आंतरिक आईटी प्रणालियां शामिल हैं। यह जानकारी भी सामने आई है कि आईबीएम ने मार्केटिंग और कम्युनिकेशन में भी छंटनी की है।
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