ATM withdrawal: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के मेम्बर्स के लिए एक बड़ी खबर आई है. EPFO जनवरी 2026 से एटीएम से पैसे निकालने की सुविधा शुरू कर सकता है. खबरों के मुताबिक, EPFO की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था CBT, अक्टूबर के दूसरे हफ्ते में होने वाली अपनी बोर्ड बैठक में एटीएम से पैसे निकालने की सुविधा को मंजूरी दे सकती है.
ऑनलाइन क्लेम जमा करने के झंझट से मिलेगी आजादी
एटीएम से पैसे निकालने की सुविधा से कर्मचारियों को काफी राहत मिलेगी. उन्हें पैसे निकालने के लिए ऑनलाइन क्लेम जमा करने की जरूरत नहीं होगी. इससे उन्हें लंबे इंतजार से भी मुक्ति मिलेगी. कर्मचारी आसानी से किसी भी ATM ब्रांच में जाकर ATM से अपना PF पैसा निकाल सकते हैं.
CBT के एक सदस्य ने मनीकंट्रोल को बताया कि उन्हें पता चला है कि EPFO का IT इंफ्रास्ट्रक्चर ATM जैसे लेनदेन के लिए तैयार है. उन्होंने आगे बताया कि ATM से पैसे निकालने की एक सीमा होगी, लेकिन इस पर अभी विचार-विमर्श चल रहा है.
मंत्रालय कर रहा है आरबीआई से बातचीत
श्रम मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार मंत्रालय ने बैंकों के साथ-साथ आरबीआई से भी ईपीएफओ एटीएम सुविधा शुरू करने पर चर्चा की है. अधिकारी के अनुसार एटीएम सुविधा को एक जरूरत के तौर पर देखा जा रहा है क्योंकि सरकार लोगों को उनके पीएफ खातों तक बेहतर पहुंच प्रदान करना चाहती है.
ईपीएफओ के पास हैं 28 लाख करोड़ रुपये
फिलहाल ईपीएफओ के अंतर्गत 7.8 करोड़ रजिस्टर्ड मेम्बर्स हैं, जिन्होंने कुल मिलाकर 28 लाख करोड़ रुपये से ज़्यादा जमा किए हैं. 2014 में यह आंकड़ा 7.4 लाख करोड़ रुपये और 3.3 करोड़ रुपये था.
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पीएफ से पैसा निकालने के लिए कार्ड जारी किया जाएगा
सूत्रों ने बताया कि ईपीएफओ अपने सदस्यों को एक विशेष कार्ड जारी कर सकता है, जिससे वे एटीएम से अपनी धनराशि का एक हिस्सा निकाल सकेंगे. इस साल की शुरुआत में, ईपीएफओ ने ग्राहकों के लिए धनराशि की उपलब्धता को आसान बनाने के लिए स्वचालित दावा निपटान राशि को 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया था. इस प्रक्रिया के तहत, स्वचालित प्रणाली दावों की पात्रता की पुष्टि के लिए डिजिटल जांच और एल्गोरिदम के एक सेट का उपयोग करती है. पूरी प्रक्रिया सिस्टम-संचालित है और सदस्य के केवाईसी डिटेल पर आधारित है.
विशेषज्ञों का कहना है कि एटीएम के जरिए ईपीएफओ धनराशि निकासी की अनुमति देने से सदस्यों के लिए धनराशि तक पहुंच अधिक सुविधाजनक हो जाएगी, खासकर आपात स्थिति में, क्योंकि वर्तमान में निकासी में अक्सर प्रक्रियात्मक देरी और कागजी कार्रवाई शामिल होती है.