---विज्ञापन---

भारत के मुकाबले चीन बना फेवरेट! FPI ने 2024 में 61 हजार करोड़ से ज्यादा के शेयर बेचे

Share Market News: विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने भारत से पैसा निकालकर चीन में लगाने की रणनीति अपनाई है। हालांकि टेलीकम्युनिकेशन, कैपिटल गुड्स और हेल्थ केयर जैसे सेक्टर में FPI ने पैसा लगाया है। वैसे देखा जाए तो सेंसेक्स और निफ्टी पिछले एक महीने में सात फीसदी टूटे हैं बावजूद इसके भारतीय बाजार चीन के मुकाबले महंगा बना हुआ है।

Edited By : Nandlal Sharma | Updated: Nov 1, 2024 08:47
Share :
Share Market
FPI ने भारत से पैसा निकालकर चीन में लगाने की रणनीति अपनाई है।

Share Market News: विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 2024 में अभी तक फाइनेंशियल सर्विस देने वाली कंपनियों के 61,006 करोड़ के शेयर बेचे हैं, जोकि उनके कुल असेट अंडर मैनेजमेंट का एक बड़ा हिस्सा है। ये आंकड़ा 1 जनवरी से 15 अक्टूबर 2024 तक के एनएसडीएल (नेशनल सिक्योरिटी डिपॉजिटरी लिमिटेड) के डाटा पर आधारित है। 2023 में इसी अवधि के दौरान FPI ने फाइनेंशियल सर्विस कंपनियों के 31,824 करोड़ के शेयर बेचे थे। माना जा रहा है कि हालिया समय में FPI द्वारा शेयर बेचा जाना उनकी ‘भारत में बेचो, चीन में खरीदो’ रणनीति का हिस्सा है।

दरअसल चीनी प्रशासन ने हाल के दिनों में अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए कुछ अहम ऐलान किए हैं। इसके साथ FPI की चिंताएं कुछ कर्जदाता कंपनियों के परफॉरमेंस से भी जुड़ी हैं। खास तौर पर प्राइवेट सेक्टर के बैंक और गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) की परफॉर्मेंस के बाद FPI ने बाजार से अपना पैसा निकाला है।

---विज्ञापन---

ये भी पढ़ेंः गैस सिलेंडर की कीमत में आया भारी उछाल, रातों रात बढ़े इतने दाम

भारत में मौजूदा वक्त में एफपीआई का असेट अंडर मैनेजटमेंट 980 बिलियन डॉलर से ज्यादा का है। और फाइनेंशियल कंपनियों में इनका हिस्सा 28 फीसदी से ज्यादा का है। इसके बाद इन्फॉर्मेशन और टेक्नोलॉजी सेक्टर का नंबर आता है।

---विज्ञापन---

फाइनेंशियल एक्सप्रेस ने जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेस के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट वीके विजयकुमार के हवाले से लिखा है कि वैल्युएशन के हिसाब से चीन का बाजार काफी सस्ता है, जबकि सात फीसदी करेक्शन के बावजूद भारत का बाजार महंगा बना हुआ है। ऐसे में FPI के लिए यह बहुत सही फैसला है कि वे भारत से पैसा निकालकर चीन के बाजार में लगाएं जहां वैल्युएशन बहुत सस्ता है।

चीन के मुकाबले भारतीय बाजार महंगा

पिछले एक महीने में सेंसेक्स और निफ्टी करीब 7 फीसदी से ज्यादा टूटे हैं। हालांकि बीते 16 महीनों में दोनों इंडेक्स ने 36 परसेंट की ग्रोथ दर्ज की है। 1 अक्टूबर से 30 अक्टूबर के बीच FPI ने वित्तीय सेवा कंपनियों के 23,274 करोड़ के शेयर बेचे थे। लेकिन 1 अक्टूबर से 30 अक्टूबर के बीच FPI ने कुल 91,819 करोड़ के शेयर बेचे हैं।

ये भी पढ़ेंः Gold Silver Price: दिवाली पर दिल्ली में सोना इतना महंगा क्यों? 82000 के पार पहुंची कीमत

फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर के अलावा ऑयल, गैस और उपभोग ईंधन सेक्टर में FPI ने 1 जनवरी से 15 अक्टूबर 2024 के बीच 23,095 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं। 2023 की इसी अवधि में इस सेक्टर में 21,023 करोड़ रुपये की निकासी देखी गई थी। अन्य सेक्टरों की बात करें एफपीआई ने निर्माण सेक्टर (12,025 करोड़), फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स सेक्टर (11,233 करोड़) और पावर (6,317 करोड़) के शेयर बेचे हैं।

हालांकि जिन सेक्टर्स में FPI ने पैसा लगाया है उनमें टेलीकम्युनिकेशन (29,538 करोड़), कैपिटल गुड्स (28,610 करोड़), कंज्यूमर सर्विसेस (21,901 करोड़), हेल्थकेयर (21,788 करोड़) और रियल्टी सेक्टर (13,868 करोड़) शामिल हैं।

 

HISTORY

Edited By

Nandlal Sharma

First published on: Nov 01, 2024 08:38 AM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें