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EPFO के 6 करोड़ कर्मचारियों के लिए गुड न्यूज, ब्याज दर बढ़ाई गई, जानें अब कितना मिलेगा Interest?

EPFO Interest Rate Latest Update: कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) ने देशभर के कर्मचारियों को ब्याज दर का तोहफा दिया है। जानें कितनी बढ़ाई गई दरें और कितना फायदा होगा?

Edited By : Khushbu Goyal | Updated: Feb 10, 2024 13:04
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EPFO Interest Rate
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने ब्याज दर बढ़ाने का फैसला लिया है।

EPFO Interest Rate Latest Update: कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। EPFO के करीब 6 करोड़ कर्मचारियों को ब्याज दर का तोहफा मिला है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने साल 2023-24 के लिए ब्याज दर 8.25 प्रतिशत करने का ऐलान किया है। इससे कर्मचारियों को पिछले साल के मुकाबले ज्यादा ब्याज मिलेगा।

3 साल में यह सबसे ज्यादा इंटरेस्ट रेट है। साल 2022-23 के लिए ब्याज दर 8.15 प्रतिशत थी। 2021-22 के लिए ब्याज दर 8.10 प्रतिशत थी। 2020-21 के लिए ब्याज दर 8.5 प्रतिशत थी, लेकिन अब 2023-24 में ब्याज दर 8.15 प्रतिशत होगी। EPFO के फैसले लेने वाले निकाय सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज (CBT) ने शनिवार को हुई अहम बैठक में ब्याज दर बढ़ाने का फैसला लिया।

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प्रपोजल-कागजात तैयार, वित्त मंत्रालय को भेजा जाएगा

EPFO के सूत्रों के मुताबिक, शनिवार को CBT की अहम बैठक बुलाई गई, जिसमें कमेटी ने काफी विचार विमर्श के बाद ब्याज दर 8.25 प्रतिशत करने का फैसला लिया। प्रपोजल और कागजात तैयार कर लिए गए हैं, जिन्हें वित्त मंत्रालय को भेजा जाएगा। वहां से मंजूरी मिलते ही फैसला लागू हो जाएगा और नए रेट वाला ग्राहकों के खातों में जमा कर दिया जाएगा। हालांकि इसे चुनावी साल में भाजपा की मोदी सरकार का तोहफा भी कहा जा रहा है, लेकिन ब्याज दरों को लेकर हर साल EPFO द्वारा मीटिंग बुलाई ही जाती है।

 

देशभर में करीब 6 करोड़ EPFO ग्राहक

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कर्मचारी भविष्‍य निधि संगठन के तहत देशभर के करीब 6 करोड़ कर्मचारी रजिस्टर्ड हैं। इन्हें साल में एक बार 31 मार्च को कुल जमा राशि पर ब्याज मिलता है। हर साल ब्याज दरों के लिए बैठक बुलाकर फैसला लिया जाता है। कर्मचारी भविष्य निधि, 25 या इससे अधिक कर्मचारियों वाले संगठनों में काम करने वालों के लिए सरकारी स्कीम है।

इसके तहत कर्मचारी की सैलरी से प्रति माह 12 प्रतिशत हिस्सा उनके PF खाते में जमा कर दिया जाता है। इतना ही हिस्सा कंपनी की ओर से कर्मचारियों के PF खाते में डाला जाता है। कंपनी के हिस्से में से 3.67 प्रतिशत पैसा PF खाते में और बाकी 8.33 प्रतिशत कर्मचारी को पेंशन के तौर देने के लिए कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) में डाला जाता है। इस स्कीम के तहत एक साल में जितने पैसे जमा होते हैं, उस पर ब्याज दिया जाता है।

 

पिछले कुछ सालों में EPF ब्याज दर

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 1977-78 वित्तीय वर्ष में EPF ब्याज दर सबसे कम 8 प्रतिशत थी। इससे पहले 2018-19 में ब्याज दर 8.65 प्रतिशत थी। 2016-17 में भी 8.65 प्रतिशत थी। वहीं 2017-18 में 8.55 प्रतिशत, 2015-16 में 8.8 प्रतिशत, 2013-14 और 2014-15 में 8.75 प्रतिशत, 2012-13 में 8.5 प्रतिशत, 2011-12 में 8.25 फीसदी ब्याज दर थी।

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Edited By

Khushbu Goyal

First published on: Feb 10, 2024 12:23 PM

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