Diwali Made in India Policy: दिवाली पर चीन का निकला दिवाला। जी हां, भारतीयों ने मिलकर चीन के कारोबार को भारी भरकम नुकसान पहुंचा ही दिया। फेस्टिव सीजन शुरू होने से पहले ही ऐसी खबरें सामने आ रही थीं कि मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत योजनाओं से इस बार चीन को तगड़ा झटका लग सकता है, और हुआ भी वही। इस सीजन चीन को लगभग 1 लाख करोड़ रुपए की चपत लगने जा रही है।
मेड इन इंडिया प्रोडक्ट्स की है डिमांड
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के अनुसार भारत में चलने वाले इस 5 दिन के फेस्टिव सीजन में चीन को सबसे ज्यादा तगड़ा झटका लगेगा। बाजार के मूड़ को देखकर लग रहा है कि भारत इस समय चीन के बने हुए प्रोडक्ट को सीधे तौर पर बायकॉट कर रहा है। मेड इन इंडिया में बने सामानों की ज्यादा डिमांड बाजार में देखी जा रही है।
PLI स्कीम ने दिखा दिया जादू
बच्चों के खिलौने से लेकर इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स तक सभी जगह चीन के प्रोडक्ट पैक किए हुए पड़े हुए हैं। भारत सरकार की मेड इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत की पॉलिसी ने शानदार काम किया है। सरकार की PLI पॉलिसी से कारोबारी को व्यापार शुरू करने की एक नई सौगात मिली है।
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साथ में सोने खरीदने के सभी टूट गए रिकॉर्ड
इन सभी के अलावा सोने खरीदने में भी भारत ने इस बार रिकॉर्ड तोड खरीदारी की है। 42 से 44 टन की डिमांड भारत के अंदर बढ़ गई है। उम्मीद करते हैं कि ऐसे ही भारतीय अर्थव्यवस्था रॉकेट पर सवार होते हुए ऊपर जाएगी और जीडीपी की दर जल्द ही डबल डिजिट में पहुंचेगी। इसके साथ ही विश्व की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी भारत बन जाएगा।