बिटकॉइन की कीमतों बीते कुछ समय से आ रहा उतार-चढ़ाव निवेशकों की चिंता की वजह बन गया है। डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव जीतने के बाद इस डिजिटल करेंसी ने जो बढ़त हासिल की थी, वह पिछले कुछ समय में लगभग गंवा दी है। इस बीच, अमेरिकी निवेशक पीटर शिफ (Peter Schiff) ने बिटकॉइन को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। बिटकॉइन आलोचक पीटर शिफ ने इसके 20,000 डॉलर तक गिरने की आशंका भी जताई है।
इस वजह से गिरावट संभव
पीटर शिफ का कहना है कि अगर प्रमुख अमेरिकी इंडेक्स नैस्डैक मंदी के दौर में प्रवेश करता है, तो दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन का प्रदर्शन बुरी तरह प्रभावित हो सकता है। बिटकॉइन की कीमतों को अक्सर अमेरिकी टेक्नोलॉजी शेयरों और नैस्डैक की गतिविधियों से जोड़कर देखा जाता है। पीटर शिफ का कहना है कि ऐसे में यदि नैस्डैक में मंदी आती है, तो बिटकॉइन की कीमतों में गिरावट संभव है।
पीटर ने दी चेतावनी
अमेरिकी निवेशक ने कहा कि नैस्डैक पिछले एक महीने में करीब 13.41% नीचे आ गया है। लिहाजा अगर करेक्शन का यह दौर आगे भी जारी रहता है, तो बिटकॉइन की कीमतें गंभीर रूप से प्रभावित हो सकती हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर नैस्डैक 20% नीचे आता है, तो बिटकॉइन का भाव लगभग 65 हजार डॉलर पहुंच जाएगा।
The NASDAQ is down 12%. If this correction turns out to be a bear market, and the correlation where a 12% decline in the NASDAQ equates to a 24% decline in Bitcoin holds, when the NASDAQ is down 20%, Bitcoin will be about $65K.
---विज्ञापन---But if the NASDAQ goes into a bear market, history…
— Peter Schiff (@PeterSchiff) March 16, 2025
सोने में आ सकती है तेजी
पीटर शिफ ने अमेरिकी बाजार में पिछली गिरावटों का जिक्र करते हुए यह भी कहा कि प्रमुख सूचकांक में 40% की गिरावट बिटकॉइन को 20,000 डॉलर या उससे नीचे ले जा सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि शेयर बाजार में गिरावट से सोने की कीमतों में उछाल देखने को मिल सकता है, जो पहले से ही तेजी से भाग रहा है। गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों के कारण जहां शेयर बाजार में नरमी आई है। वहीं, सोने की कीमत तेजी से चढ़ी है। अंतर्राष्ट्रीय उथल-पुथल के परिणामस्वरूप गोल्ड में निवेश बढ़ रहा है और दाम चढ़ रहे हैं।
अभी कितनी है कीमत?
बिटकॉइन की ताजा कीमत की बात करें, तो 18 मार्च को यह गिरावट के साथ 83,206.17 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। 15 मार्च को इसका दाम 84,362.83 डॉलर था। जबकि इस साल की शुरुआत में एक बिटकॉइन एक लाख डॉलर के आंकड़े को पार कर गया था। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस डिजिटल करेंसी में कितनी गिरावट आई है। हालांकि, अमेरिका से हाल ही में जो खबर सामने आई है, उससे इसके दाम फिर से दौड़ने की संभावना भी बढ़ गई है।
उछाल की उम्मीद
फोर्ब्स की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप प्रशासन ज्यादा से ज्यादा बिटकॉइन खरीदने की योजना बना रहा है। यदि ऐसा होता है, तो बिटकॉइन की कीमतों में तगड़ा उछाल आना तय है। डिजिटल एसेट पर राष्ट्रपति कार्य समूह के कार्यकारी निदेशक बो हिनेस ने बिटकॉइन पॉलिसी इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में बताया कि व्हाइट हाउस यथासंभव बिटकॉइन खरीदने की योजना बना रहा है। व्हाइट हाउस इस खरीद के लिए कुछ ऐसे इंतजाम करेगा, जिससे करदाताओं पर कोई अतिरिक्त बोझ न आए।
5 नाम हुए फाइनल
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में यूएस क्रिप्टो स्ट्रैटेजिक रिजर्व में शामिल करने के लिए कुछ नाम फाइनल किए हैं। ट्रंप ने पहले रिपल (XRP), सोलाना (SOL) और कार्डानो (ADA) को रिजर्व में शामिल करने का ऐलान किया। फिर कुछ देर बार बिटकॉइन और एथेरियम को अपनी पसंदीदा क्रिप्टो बताते हुए उन्हें क्रिप्टो रिजर्व का हार्ट करार दिया। इस तरह इन पांच डिजिटल करेंसी का यूएस क्रिप्टो स्ट्रैटेजिक रिजर्व का हिस्सा बनना लगभग तय हो गया है। हालांकि, इसके बावजूद बिटकॉइन की कीमतों में गिरावट आई, क्योंकि सरकार ने अतिरिक्त बिटकॉइन खरीदने की प्रतिबद्धता नहीं दिखाई।