Patna Metro Launch: बिहार की राजधानी पटना को आज सोमवार को एक बड़ी सौगात मिलने वाली है क्योंकि यह देश के मेट्रो शहरों की श्रेणी में शामिल होने वाला है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज पटना मेट्रो के पहले चरण का उद्घाटन कर रहे हैं, जो अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी) से भूतनाथ तक होगा. मुख्यमंत्री ब्लू लाइन पर पटना मेट्रो रेल सेवा का शुभारंभ करेंगे. यह कॉरिडोर तीन महत्वपूर्ण स्टेशनों – पाटलिपुत्र अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी), जीरो माइल और भूतनाथ को जोड़ता है.
अगस्त महीने में ट्रेन ट्रायल में हुई देरी के बाद, मेट्रो रेल अधिकारियों ने आखिरकार मेट्रो सेवाओं के शुभारंभ को हरी झंडी दे दी है. मेट्रो कल 7 अक्टूबर से यात्रियों के लिए दौड़ेगी.
किस रूट पर चलेगी पटना मेट्रो ट्रेन
सीएम नीतीश जिस मेट्रो कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे, वह 4.3 किलोमीटर लंबे रूट पर चलेगा. इस मेट्रो को बिहार सरकार के सहयोग से दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (डीएमआरसी) ने तैयार किया है. इस मेट्रो के शुरू होने के बाद पटना में बढ़ती भीड़भाड़ की समस्या से राहत मिलेगी.
पटना मेट्रो का ये कॉरिडोर-2 हिस्सा है, जो पांच एलिवेटेड और सात अंडरग्राउंड स्टेशनों के साथ 14.5 किलोमीटर लंबे हिस्से को कवर करते हुए पटना जंक्शन और आईएसबीटी को जोड़ रहा है. पटना देश का 24वां ऐसा शहर बन गया है, जहां मेट्रो रेल की सुविधा है.
कितना होगा पटना मेट्रो में किराया
पटना मेट्रो में तीन डिब्बे होंगे,जो आईएसबीटी तक जाएगी और फिर भूतनाथ होते हुए डिपो वापस आएगी. ट्रेन 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी. मेट्रो सेवा मंगलवार से जनता के लिए सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक चलेगी. अधिकारियों ने टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से बताया कि लोगों को स्टेशनों से मेट्रो कार्ड और टोकन मिलेंगे, जिनका न्यूनतम किराया 15 रुपये और अधिकतम 30 रुपये होगा.
एक साथ कितने लोग कर पाएंगे यात्रा
पटना मेट्रो की दो लाइनें हैं – ब्लू और रेड. फिलहाल, दोनों लाइनों के अलग-अलग स्टेशनों पर निर्माण और परीक्षण चल रहे हैं. डिब्बों की बात करें तो, इनमें 158 यात्रियों के बैठने की क्षमता है, जिसमें महिलाओं और दिव्यांगों के लिए 12 आरक्षित सीटें और 940 लोगों के खड़े होने की जगह शामिल है. रिपोर्ट में बताया गया है कि आधुनिक डिब्बों में बेहतर सुरक्षा और सुविधा के लिए मोबाइल फोन और लैपटॉप चार्जिंग पॉइंट, आगे की तरफ एमर्जेंसी गेट और दो हिस्सों में बंटे स्लाइडिंग दरवाजे जैसी सुविधाएं हैं.
मेट्रो में बिहार का रंग दिखेगा
इसके अलावा, इसे बिहार का रूप देने और इस संस्कृति और विरासत से जोड़ने के लिए, हर कोच में बिहार की सांस्कृतिक विरासत से प्रेरित डिजाइन है, जैसे गोलघर, महावीर मंदिर और बुद्ध की आकृतियां, जिन्हें केसरिया रंग में रंगा गया है.










