---विज्ञापन---

कार चोरी हो गई तो मिल जाएगा नई गाड़ी जितना पैसा, ये Add-On कवर रखेंगे बेफिक्र

Car Insurance : अगर आपने नई गाड़ी (टू व्हीलर या फोर व्हीलर) खरीदी है तो उसका इंश्योरेंस तो कराया ही होगा। ये इंश्योरेंस नई गाड़ी खरीदने पर कई तरह की चिंताओं से आजाद कर देते हैं। हालांकि इंश्योरेंस लेने के बाद भी कई मामलों में जेब से रकम खर्च हो जाती है। ऐसे में इंश्योरेंस के साथ Add-On कवर काम आते हैं। जानें, Add-On कवर क्या हैं:

Edited By : News24 हिंदी | Updated: Apr 13, 2024 17:11
Share :
Car Insurance
इंश्योरेंस के साथ एड ऑन कवर ले सकते हैं

Car Insurance : सोचिए, आप अपनी नई कार को लेकर परिवार के साथ लॉन्ग ड्राइव पर निकले। रास्ते में कार खराब हो गई। अब क्या करेंगे? शायद आप कोई जुगाड़ कर लेंगे। खैर, एक दिन आपकी कार पार्किंग में दीवार के पास खड़ी थी। तेज बारिश आई और पार्किंग में खूब सारा पानी भर गया। आपकी कार भी डूब गई। जब पानी कम हुआ तो अचानक दीवार आपकी कार पर आ गिरी। अब आप क्या करेंगे? अगर आपने कुछ जरूरी इंश्योरेंस और Add-On कवर लिए होंगे तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। पूरा खर्च इंश्योरेंस कंपनी करेगी।

मुख्यत: 3 तरह का होता है इंश्योरेंस

जब भी हम किसी व्हीकल का इंश्योरेंस कराते हैं तो वह मुख्यत: 3 तरह का होता है:

1. थर्ड पार्टी इंश्योरेंस: हर व्हीकल के लिए थर्ड पार्टी इंश्योरेंस जरूरी है। मान लें कि आपने नई कार खरीदी है तो इस बीमा में वह तीसरा व्यक्ति शामिल होता है जो आपकी कार से हुई दुर्घटना में घायल होता है या उसकी मौत हो जाती है। ऐसी स्थिति में पूरा खर्च बीमा कंपनी उठाती है। हालांकि इंश्योरेंस में आपकी कार को हुए नुकसान और आपको लगी चोट कवर नहीं होती।
2. कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस: इसमें थर्ड पार्टी इंश्याेरेंस के लाभ के साथ-साथ कार मालिक या ड्राइवर को सुरक्षा मिलती है। अगर आपकी कार को किसी दंगे, भूकंप, एक्सिडेंट आदि से नुकसान होता है तो इन इंश्योरेंस के तहत आप नुकसान की भरपाई कर सकते हैं।
3. पर्सनल एक्सिडेंट इंश्योरेंस: यह इंश्योरेंस काफी हद तक कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस की ही तरह होता है। इसमें कार ड्राइवर के साथ कार में बैठे अन्य लोगों को भी एक्सिडेंट कवर मिलता है।

Car Insurance

इंश्योरेंस के साथ एड ऑन कवर ले सकते हैं

Add-On कवर लेना न भूलें

मुख्य इंश्योरेंस के साथ Add-On कवर भी जरूर लेने चाहिए। हालांकि इनके लिए कुछ ज्यादा प्रीमियम देना पड़ता है। मुख्य इंश्योरेंस के समय अगर आप Add-On कवर भी लेते हैं तो ये बहुत ज्यादा महंगे नहीं पड़ते। जिस समय आप मुख्य इंश्योरेंस लेते हैं, उसी समय Add-On भी ले सकते हैं। कुछ Add-On कवर इस प्रकार हैं:

जीरो डेप्रिसिएशन: नई कार खरीदने पर जीरो डेप्रिसिएशन Add-On कवर जरूर लें। दरअसल, जैसे-जैसे गाड़ी पुरानी होती जाती है, उसकी वैल्यू कम होती जाती है। माना जाता है कि हर साल गाड़ी की वैल्यू 5 से 15 फीसदी तक कम होती जाती है। कार खरीदने के बाद अगर कोई एक्सिडेंट हो जाता है तो नुकसान की पूरी भरपाई नहीं होती। जीरो डेप्रिसिएशन कवर लेने पर नुकसान की पूरी भरपाई हो जाती है।
रोडसाइड कवर: अगर आपकी कार रास्ते में खराब हो जाती है या टायर पंक्चर हो जाता है, तो यह कवर आपकी मदद करता है। यह कवर लेने पर आपको बिना कोई पैसा खर्च किए ऑन द स्पॉट सुविधा दी जाती है। रास्ते में कार खराब होने पर इसके ठीक होने तक अगर आप किसी होटल में रुकते हैं तो इसका खर्चा भी बीमा कंपनी देती है। हालांकि इसमें कुछ शर्तें शामिल होती हैं।
इंजन और इलेक्ट्रॉनिक सर्किट कवर: कई बार कार में चलते-चलते इंजन या इलेक्ट्रॉनिक सर्किट के कारण अचानक आग लग जाती है या कोई नुकसान हो जाता है। ऐसे में यह कवर नुकसान की भरपाई में हुए खर्च को कुछ कम कर देता है।

यह भी पढ़ें : Check Car Insurance Status: खत्म तो नहीं हो गया आपके कार का इंश्योरेंस? घर बैठे ही ऑनलाइन चेक करें

रिटर्न टु इनवॉइस: कार के चोरी होने पर एड-ऑन कवर के सहारे आपको कार की पूरी रकम मिल जाती है। साथ ही इसमें आपको वह रकम भी मिल जाती है जो आपने कार रजिस्ट्रेशन और टैक्स में चुकाई थी। हालांकि इसकी वैधता 5 साल तक ही रहती है। 5 साल बाद इसका लाभ नहीं ले सकते।

First published on: Apr 13, 2024 05:11 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें