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भारत में बना iPhone, अमेरिका में बिकेगा सस्ता, एप्पल की बड़ी चाल

एप्पल ने एक बड़ा कदम उठाते हुए भारत से करीब 15 लाख iPhone अमेरिका भेजे हैं। इसका मकसद ट्रंप सरकार द्वारा लगाए गए भारी टैक्स से बचना है। कंपनी ने इसके लिए चेन्नई से छह हवाई जहाजों में iPhone भेजे और भारत में प्रोडक्शन भी तेजी से बढ़ाया है।

Author Edited By : Ashutosh Ojha Updated: Apr 10, 2025 20:39
Apple
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दुनिया की सबसे बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों में से एक एप्पल, अब भारत में बने iPhone को सीधे अमेरिका भेज रही है। सोचिए जो iPhone पहले चीन से बनकर अमेरिका जाता था, अब वह भारत से एयरलिफ्ट होकर वहां पहुंच रहा है और वो भी सस्ता इसका सीधा मतलब है कि भारत सिर्फ iPhone बनाने वाला देश नहीं रहा, बल्कि अब अमेरिका जैसे बड़े बाजार में सीधे एक्सपोर्ट करने वाला ताकतवर मैन्युफैक्चरिंग हब बनता जा रहा है। एप्पल का यह बड़ा कदम सिर्फ व्यापार नहीं, बल्कि भारत की नई पहचान की तरफ भी इशारा करता है।

एयरलिफ्ट के जरिए अमेरिका भेजे गए 15 लाख iPhone

अमेरिका की मशहूर टेक्नोलॉजी कंपनी एप्पल ने हाल ही में भारत से लगभग 15 लाख iPhone अमेरिका भेजे हैं। खबरों के अनुसार, एप्पल ने इसके लिए छह बड़े कार्गो विमानों की मदद ली, जो हर एक 100 टन का माल ले जा सकते हैं। इन विमानों के जरिए लगभग 600 टन iPhone भारत से अमेरिका पहुंचे हैं। एक iPhone 14 और उसके चार्जर की पैकिंग के साथ कुल वजन लगभग 350 ग्राम होता है। यह कदम एप्पल ने अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए भारी टैरिफ (आयात कर) से बचने के लिए उठाया है। कंपनी ने भारत में iPhone का प्रोडक्शन तेज कर दिया है ताकि अमेरिका में ज्यादा स्टॉक भेजा जा सके।

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कस्टम प्रक्रिया में तेजी और सरकारी सहयोग

रिपोर्ट के मुताबिक, एप्पल ने भारत के चेन्नई एयरपोर्ट पर कस्टम क्लियरेंस की प्रक्रिया को तेज करने की अपील की थी। पहले जहां कस्टम प्रक्रिया में 30 घंटे लगते थे, अब यह समय घटाकर 6 घंटे कर दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने अधिकारियों को एप्पल को समर्थन देने के निर्देश दिए हैं। इसका उद्देश्य भारत को एक मजबूत मैन्युफैक्चरिंग हब बनाना है। इस वक्त चेन्नई स्थित फॉक्सकॉन प्लांट में रविवार को भी काम हो रहा है, जो आमतौर पर छुट्टी का दिन होता है।

चीन से टैक्स ज्यादा, भारत से भेजना सस्ता

एप्पल के इस कदम के पीछे बड़ी वजह यह है कि अगर कंपनी चीन से iPhone अमेरिका भेजती, तो उसे ट्रंप द्वारा लगाए गए 125 प्रतिशत टैरिफ का सामना करना पड़ता। जबकि भारत से अमेरिका को भेजे गए iPhone पर फिलहाल सिर्फ 26 प्रतिशत टैक्स लगता है, वह भी अभी 90 दिनों के लिए होल्ड पर है। यानी एप्पल को भारत से फोन भेजने पर ज्यादा फायदा हो रहा है। इसी वजह से कंपनी ने भारत में iPhone 14, iPhone 15 और नए iPhone 16 मॉडल्स का प्रोडक्शन बढ़ा दिया है।

भारत बना एप्पल का नया मैन्युफैक्चरिंग हब

Counterpoint Research की रिपोर्ट के अनुसार, एप्पल हर साल दुनियाभर में 22 करोड़ से ज्यादा iPhone बेचती है। अब अमेरिका में भेजे जाने वाले iPhones में से लगभग 20% भारत से आ रहे हैं और बाकी चीन से। यह बदलाव एप्पल की उस नई रणनीति को दर्शाता है जिसमें कंपनी चीन पर अपनी निर्भरता कम करके भारत को दूसरा बड़ा मैन्युफैक्चरिंग केंद्र बनाना चाहती है। भारत अब सिर्फ एप्पल जैसी बड़ी कंपनी के लिए सामान बनाने की जगह नहीं बन रहा है, बल्कि दुनिया भर में चीजें पहुंचाने वाली सप्लाई चेन में भी उसकी अहमियत तेजी से बढ़ रही है।

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Edited By

Ashutosh Ojha

First published on: Apr 10, 2025 08:39 PM

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