Job Report 2030: पिछले कुछ सालों में AI ने लगभग हर क्षेत्र में अपनी पकड़ बना ली है। ऐसे में आने वाले समय में ऐसा AI तेजी से ग्लोबल बाजार को बदल रहा है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) की फ्यूचर ऑफ जॉब्स रिपोर्ट 2025 के अनुसार, यह तकनीक रोजगार के अवसरों के साथ-साथ चुनौतियां भी ला रही है। इस रिपोर्ट में 55 देशों के 1,000 से अधिक एम्प्लायर की राय को शामिल किया गया है। इसके अनुसार, आने वाले वर्षों में AI और ऑटोमेशन के कारण कई जॉब्स खत्म हो सकते हैं, लेकिन इस दौरान नई नौकरियां भी आएंगी। आइए इसके बारे में जानते हैं।
ऑटोमेशन से नौकरियों पर खतरा
रिपोर्ट बताती है कि 50% एम्प्लायर अपने काम को करने के लिए AI का इस्तेमाल करने की योजना बना रहे हैं। वहीं, 40% एम्प्लायर ऐसे रोल्स में वर्कफोर्स कम कर सकते हैं जो ऑटोमेटेड की जा सकती हैं। बता दें कि, टिकट क्लर्क और कैशियर, आने वाले सालों में ऑटोमेशन से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाली नौकरियों में से हैं।
ह्यूमन सेंट्रिक इंडस्ट्री में बढ़ेगी मांग
हालांकि, AI के कारण कई नौकरियां प्रभावित होंगी, लेकिन कुछ इंडस्ट्री में ह्यूमन एक्सपर्टिज और मॉनिटरिंग की मांग बनी रहेगी। इसमें डिलीवरी, मैन्युफैक्चरिंग, फूड प्रोसेसिंग और एग्रीकल्चर सेक्टर के शामिल होने की उम्मीद है। इसके अलावा हेल्थ केयर सेक्टर (केयर इकोनॉमी) में, जैसे कि नर्सिंग, सोशल वर्क और पर्सनल केयर जैसी नौकरियों में तेजी आ सकती है। इन रोल्स में ह्यूमन इमोशन और स्किल की जरूरत होती है, जिसे मशीनों से बदला नहीं जा सकता।
कौशल विकास का महत्व
WEF की रिपोर्ट यह भी चेतावनी देती है कि 2030 तक वर्तमान में इस्तेमाल होने वाले 39% स्किल आउटडेटेड हो जाएंगे। यह संख्या महामारी के दौरान 57% थी, लेकिन यह अब भी यह दर्शाती है कि AI, बिग डेटा और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट जैसे सेक्टर्स में दक्षता की मांग बढ़ रही है। रिपोर्ट के मुताबिक WEF को उम्मीद है कि 2030 तक वैश्विक स्तर पर 78 मिलियन नई नौकरियां पैदा होंगी। इससे यह बात तो साफ है कि भविष्य में रोजगार पाने के लिए कौशल विकास और नई तकनीकों में दक्ष होना जरूरी होगा।
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