Yulu Miracle GR and Dex GR Electric Two Wheeler: देश की शेयर्ड ईवी मोबिलिटी टेक कंपनी युलु ने भारत में दो नई इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल लॉन्च कर दी गई है। चेतक टेक्नोलॉजीज लिमिटेड से विकसित कंपनी के इन मॉडलों को मिरेकल जीआर और डेक्स जीआर नाम दिया गया है। ये कंपनी बजाज के ईवी सेगमेंट की पार्टनर है। आइए नई मिरेकल जीआर और डेक्स इलेक्ट्रिक बाइक के बारे में जानते हैं।
और पढ़िए –Mahindra Bolero Neo Plus: अब भूल जाओगे फॉर्च्यूनर और इनोवा, मार्केट में धमाका करने आ गई यह कार
Yulu Miracle GR and Dex GR Speed
नई मिरेकल जीआर और डेक्स इलेक्ट्रिक बाइक मॉडल एक ही प्लेटफॉर्म और अंडरपिनिंग पर बने हैं। इनमें टेलिस्कोपिक फ्रंट फोर्क और रियर में ट्विन शॉक एब्जॉर्बर दिया गया है। इसके दोनों पहियों में ड्रम ब्रेक दिए गए हैं। नई युलु ई-बाइक को 25 किमी प्रति घंटे की इलेक्ट्रॉनिक रूप से सीमित टॉप स्पीड मिलती है।
Yulu Miracle GR and Dex GR Sale
युलु मिरेकल जीआर और डीएक्स जीआर में हब-माउंटेड मोटर है। इसमें एक एलईडी हेडलाइट, एलईडी टेल-लैंप और एक सेंटर स्टैंड है। DeX GR ई-बाइक में एक रियर रैक जोड़ा गया है, जिसकी पेलोड क्षमता 15 किलोग्राम है। जहां भी कंपनी के आउटलेट हैं, वहां युलु ने DeX GR ई-बाइक्स की बिक्री शुरू कर दी है। युलु के साझा प्लेटफॉर्म पर बने 50,000 से अधिक इलेक्ट्रिक वाहनों की डिलीवरी पूरी हो चुकी है।
युलु के साझा प्लेटफॉर्म पर बने 50,000 से अधिक इलेक्ट्रिक वाहनों की डिलीवरी पूरी हो चुकी है। युलु अपने प्लेटफॉर्म पर मोबिलिटी सॉल्यूशंस पेश करने का दावा करता है। जिसमें पारंपरिक ईंधन से चलने वाले वाहनों की तुलना में रनिंग कॉस्ट 40% तक कम है। मैग्ना ने सितंबर 2022 में इस ज्वाइंट वेंचर को स्थापित करने के लिए $77 मिलियन का निवेश किया और यह सेवा 2 फरवरी, 2023 से शुरू होने वाली है।
100 से ज्यादा बैटरी स्वैपिंग स्टेशन उपलब्ध
स्वैपेबल बैटरी पर काम करने वाले युलु के बेंगलुरु, मुंबई और दिल्ली में लगभग 100 बैटरी स्वैपिंग स्टेशन हैं। कंपनी की योजना वर्ष 2024 तक इन स्टेशनों की संख्या बढ़ाकर 500 करने की है।
और पढ़िए –Scorpio-N लेकर झरने के लिए नीचे धो रहे थे गाड़ी, Sunroof हुई लीक, Video Viral
Yulu App से चलाने का मजा बढ़ेगा दुगना
इस ई-बाइक को खोजने और इस्तेमाल करने के लिए लोग युलु ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस ई बाइक को चलाने के लिए हेलमेट और ड्राइविंग लाइसेंस की जरूरत नहीं है। युलु ने कहा है कि युलु ऐप का यूज करके आप अपने पास युलु वाहन का पता लगा सकते हैं और इसे अनलॉक करने के लिए आपको बाइक पैनल पर क्यूआर कोड को स्कैन करना होगा। राइड चलाने के बाद आप अपनी बाइक को एप के जरिए पार्क और लॉक कर सकते हैं।
और पढ़िए – ऑटो से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहाँ पढ़ें