Cng car catches fire: पेट्रोल के बढ़ते दामों के बीच लोगों ने सीएनजी कारों का रख किया। इन दिनों गर्मियों में सड़क चलते गाड़ियों में आग लगने की कई खबरें सामने आ रही हैं। 2 जून को भी मेरठ इलाके में दिल्ली से हरिद्वार जाते हुए एक सीएनजी गाड़ी में आग लग गई, जिसके बाद उसमें बैठे चार लोग झुलसकर मर गए।
अब यहां सवाल यह उठता है कि इन सीएनजी गाड़ियों में आखिर आग क्यों लगती है? क्या सीएनजी की कारें असुरक्षित हैं? अगर हमारे पास सीएनजी की कार है तो हम ऐसा क्या करें की हमारी कार चलती सड़क पर आग के गोले में तब्दील न हो और हमारा सफर सुरक्षित हो।
एक नामी सर्विस सेंटर के मैनेजर सद्दाम कहते है कि वैसे तो किसी भी गाड़ी में आग लगने के कई कारण होते हैं। लेकिन सीएनजी गाड़ियों में चूंकि गैस का सिलेंडर होता है तो इन कारों में आग लगने का खतरा अधिक होता है और आग लगने पर हादसा जानलेवा होने का खतरा बना रहता है।
मेंटेनेंस और आफ्टर मार्केट सीएनजी किट
सीएनजी की गाड़ियों का समय से मेंटेनेंस करवाना चाहिए। कार में कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (CNG) होती है, जो ज्वलनशील गैस होती है। ऐसे में समय से मेंटेनेंस नहीं करवाने पर इंजन और उसके पार्ट्स पर दबाव पड़ता है और ओवरहीट होकर शॉर्ट सर्किट से आग लगने का खतरा बना रहता है। इसके अलावा हमें कंपनी फिटेड सीएनजी कार लेनी चाहिए। अक्सर सस्ते के चक्कर में हम आफ्टर मार्केट सीएनजी किट लगवा लेते हैं जो जानलेवा हो सकता है।
सीएनजी कारों में आग लगने का कारण
- गैस लीक होने से आग लगने का खतरा बढ़ता है
- कार में धूम्रपान न करें, कार को आग, पटाखा या ज्वलनशील पदार्थों से दूर रखें
- गर्मी में कूलेंट चेक करें, ये कार के इंजन को ठंडा रखने में मदद करता है
- लोकल सीएनजी किट और पार्ट्स का यूज न करें
- आफ्टर मार्केट एक्सेसरीज लगाने से बचें