CNG Car Care Tips: भारतीय लोगों के दिल में CNG गाड़ियों ने एक अलग जगह बना ली है। पिछले कुछ वक्त में सीएनजी Cars की मांग काफी तेजी बढ़ी है, जिसका कारण लगतार बढ़ती पेट्रोल की कीमतें हैं। हालांकि जब बात इनके रखरखाव की आती है तो ऐसे में इन व्हीकल्स का ध्यान अन्य ईंधन से चलने वाले व्हीकल्स के मुकाबले ज्यादा रखना पड़ता है। वहीं अगर आपके पास भी कोई CNG से चलने वाली गाड़ी है तो आपको ये गलती बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिए नहीं तो आपकी Car में कभी भी Blast तक हो सकता है। चलिए इसके बारे में जानते हैं।
CNG सिलेंडर अंदर से है कैसा?
दरअसल CNG सिलेंडर के अंदर एक केमिकल होता है जो यह बताता है कि सिलेंडर अंदर से कैसा है। आसान शब्दों में कहें तो आप इससे यह जान सकते हैं कि आपको CNG सिलेंडर कब बदलवाना चाहिए। इसे चेक करने का आसान तरीका है आप सिलेंडर को किसी रिपेयर शॉप पर ले जाएं जहां इसे उल्टा करके इसका केमिकल निकलने का इंतजार करें।
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केमिकल बताएगा CNG सिलेंडर की हेल्थ
अगर केमिकल ब्लैक कलर का निकलता है तो समझ जाइए आपका CNG सिलेंडर अब एक चलता फिरता बम बन गया है। इसे जितनी जल्दी हो सके चेंज करवा लें। हालांकि अगर CNG सिलेंडर से येलो कलर का केमिकल निकलता है तो इसका मतलब है कि अभी CNG सिलेंडर कि हेल्थ अच्छी है और आप इसे लंबे समय तक यूज कर सकते हैं।
हाइड्रो टेस्ट भी है जरूरी
एक और तरीका है जिससे आप CNG गाड़ियों ने लगे सिलेंडर की हेल्थ के बारे में जान सकते हैं। हाइड्रो टेस्टिंग से भी आप इसका पता लगा सकते हैं। बता दें कि हर तीन साल में सीएनजी सिलेंडर का हाइड्रो टेस्ट करवाना जरूरी है। इससे आप जान सकते हैं सीएनजी सिलेंडर इस्तेमाल करने के लायक है भी या नहीं। वहीं अगर कोई CNG कार इस टेस्ट को पास नहीं कर पाती तो उसका सिलेंडर बदल दिया जाता है।
न करें ये गलती
इसके अलावा कभी भी कार को ज्यादा देर तक CNG मोड में न चलाएं। कुछ कंपनियां भी ऐसा न करने की सलाह देती हैं, ऐसा इसलिए क्योंकि इससे सिलेंडर पर बना दबाव कम होने लगता है। साथ ही इससे वाल्व फटने का खतरा भी काफी ज्यादा बढ़ जाता है। इसलिए हमेशा दोनों ईंधन का यूज करके कार ड्राइव करें। समय के साथ CNG गाड़ी का वाल्व भी खराब होने लगता है इसलिए समय समय पर इसकी भी जरूर जांच कर लें।