Yellow Sapphire Gemstone Benefits: वैदिक ज्योतिष शास्त्र में रत्नों का भी विशेष महत्व बताया गया है। ग्रहों की दशा को अनुकूल बनाने और ग्रह जनित दोष को दूर करने के लिए संबंधित रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है। ऐसा ही एक रत्न है- पीला पुखराज। मुख्य रूप से यह रत्न बृहस्पति का माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में बृहस्पति को सुख-समृद्धि, ज्ञान, खुशहाली, भाग्य का कारक माना गया है। पीला पुखराज 2 राशि के जातकों को पहनना अत्यंत शुभ है। आइए ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जानते हैं कि पीला पुखराज किन 2 राशि से संबंधित जातकों को पहनना शुभ होता है और इसे कब और कैसे धारण करना चाहिए।
धनु राशि
ज्योतिषीय गणना के मुताबिक धनु राशि के स्वामी बृहस्पति देव हैं। आमतौर पर इस राशि से संबंधित जातक मेहनती और साहसी होते हैं। साथ ही इस राशि के जातकों में गजब की ऊर्जा होती है। हालांकि कई बार अत्यधिक जोश और ऊर्जा की वजह से धनु राशि वालों के काम बनते-बनते बिगड़ जाते हैं। यही वजह है कि धनु राशि वालों को पीला पुखराज धारण करने की सलाह दी जाती है। इस रत्न के शुभ प्रभाव से धनु राशि वालों का मस्तिष्क शांत रहता है। धैर्य में वृद्धि होती है। इस तरह धनु राशि वालों के लिए पुखराज कई मामलों में लाभकारी साबित होता है।
मीन राशि
ज्योतिष शास्त्र की मान्यता के अनुसार, मीन राशि वालों के स्वामी भी बृहस्पति देव ही हैं। मीन राशि के जातक आध्यात्मिक प्रवृत्ति के होते हैं। ज्योतिष के जानकार बताते हैं कि मीन राशि के जातकों के लिए पीला पुखराज अत्यंत लाभकारी होता है। इस रत्न के प्रभाव से मीन राशि के लोग अपने जॉब या बिजनेस में काभी उन्नति करते हैं। इसके अलावा यह रत्न मीन राशि वालों को बीमारियों के भी रक्षा करता है।
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पीला पुखराज कब और कैसे करें धारण?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पुखराज धारण करने के लिए सबसे शुभ दिन एकादशी या बृहस्पतिवार होता है। इस दिन अगर पीले पुखराज को अभिषिक्त करके धारण किया जाए तो जातक को इसका विशेष लाभ प्राप्त होता है। पीले पुखराज को सोने या कांसे में इस तरह जड़वाना चाहिए जिसके कि अंगूठी त्वचा में स्पर्श करे। पीले पुखराज को धारण करने के लिए गुरुवार को स्नान के बाद अंगूठी को दूध या गंगाजल में डालें। इसके बाद शाम के समय अंगूठी को शहद से स्नान कराएं। फिर इसे साफ पानी में धोने के बाद अपनी तर्जनी उंगली में धारण कर लें। ध्यान रहे कि इसे धारण करते वक्त “ॐ बृं बृहस्पतये नमः” का एक माला जाप करना जरूरी बताया गया है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।