Gopashtami 2023 Date, Time, Shubh Muhurat, Puja Vidhi: गोपाष्टमी का पर्व कार्तिक मास के शुक्ल की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। मान्यतानुसार, इस दिन गौमाता के पूजन के साथ-साथ बछड़ों को भी सजाया जाता है। वैसे तो गोपाष्टमी का पर्व संपूर्ण देश में मनाया जाता है, लेकिन मथुरा, वृंदावन समेत ब्रज क्षेत्रों में इस त्योहार को धूमधाम से मनाया जाता है। गोपाष्टमी को लेकर एक मान्यता यह भी है कि इस दिन गौमाता की पूजा करने से सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है। आइए जानते हैं कि इस बार गोपाष्टमी का पर्व कब मनाया जाएगा, पूजन के लिए शुभ मुहूर्त क्या है और पूजा विधि क्या है?
गोपाष्टमी 2023 शुभ मुहूर्त
गोपाष्टमी कार्तिक शुक्ल अष्टमी को मनाई जाती है। पंचांग के मुताबिक इस बार कार्तिक शुक्ल अष्टमी तिथि की शुरुआत 20 नवंबर सुबह 5 बजकर 21 मिनट से शुरू होगी। जबकि इस तिथि की समाप्ति 21 नवंबर को तड़के 3 बजकर 16 मिनट पर होगी। ऐसे में उदया तिथि की मान्यता के अनुसार, गोपाष्टमी 20 नवंबर, 2023 को मनाई जाएगी। शास्त्रों के अनुसार, गोपाष्टमी की पूजा राहुकाल को छोड़कर दिन में कभी भी की जा सकती है। गोपाष्टमी के दिन राहु काल सुबह 08 बजकर 12 मिनट से 09 बजकर 36 मिनट तक है। गोपाष्टमी की पूजा के लिए अभिजीत मुहूर्त सबसे शुभ माना गया है। इस दिन अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 2 मिनट से लेकर 12 बजकर 46 मिनट तक है।
गोपाष्टमी 2023 पूजन विधि
गोपाष्टमी के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करें। स्नान के बाद पूजा स्थल की सफाई करें। इसके बाद पूजा स्थल पर बछड़े के साथ गौमाता की तस्वीर लगाएं। फिर इनके समक्ष घी का दीपक जलाएं। इतना करने के बाद फूल अर्पित करें। मान्यतानुसार, इस दिन गाय को अपने हाथों से चारा खिलाना शुभ है। अगर आसपास गाय न मिले तो किसी गोशाला में जातक गाय के निमित्त चारा दान करें या उनकी सेवा करें। गोपाष्टमी के दिन गौमाता को चारा खिलाने के साथ-साथ गुड़ का भी भोग लगाना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से कुंडली के सूर्य दोष से मुक्ति मिलती है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।