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ज्योतिष

Dhanishtha Nakshatra: क्यों बेहद ऊर्जावान और पराक्रमी होते हैं धनिष्ठा नक्षत्र में जन्मे लोग, इनमें कहीं आप भी तो नहीं?

Dhanishtha Nakshatra: 6 फरवरी 2025 को सूर्य श्रवण नक्षत्र से निकलकर धनिष्ठा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे, जिसके स्वामी मंगल ग्रह हैं। आइए जानते हैं, धनिष्ठा नक्षत्र में जन्मे लोग कैसे होते हैं, ये बेहद ऊर्जावान और पराक्रमी होते क्यों हैं, इनमें और क्या-क्या गुण और विशेषताएं पाई जाती हैं?

Author Edited By : Shyam Nandan Updated: Feb 5, 2025 20:48
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Dhanishtha Nakshatra: बृहस्पतिवार 6 फरवरी 2025, की सुबह 7:57 बजे सूर्य श्रवण नक्षत्र से निकलकर धनिष्ठा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे, जिसके स्वामी मंगल ग्रह हैं। मंगल ऊर्जा, साहस और कार्यक्षमता के प्रतीक हैं। इस गोचर से सूर्य की शक्ति बढ़ेगी, जिससे जातकों को धन, प्रतिष्ठा और सफलता के नए अवसर प्राप्त होंगे। धनिष्ठा नक्षत्र मण्डल के 27 नक्षत्रों में 23वां है। यह 114 तारों से मिलकर बना है, जिसमे 4 प्रमुख हैं, जिससे इसकी आकृति मृदंग के समान दिखाई देती है। आइए जानते हैं, धनिष्ठा नक्षत्र में जन्मे लोग कैसे होते हैं, इनमें क्या-क्या गुण और विशेषताएं पाई जाती हैं।

बेहद ऊर्जावान होते हैं इस नक्षत्र में जन्मे लोग

धनिष्ठा नक्षत्र के स्वामी मंगल देव हैं, जो ऊर्जा, साहस, शारीरिक शक्ति, अदम्य इच्छाशक्ति, कार्यक्षमता, पराक्रम आदि के दाता और स्वामी ग्रह हैं। इस नक्षत्र में जन्मे लोग बेहद परिश्रमी और पराक्रमी होते हैं, जिसे देखकर लोग इनके फॉलोवर बन जाते हैं। समय के साथ ये लोग न केवल शोहरत बल्कि अच्छा-खासा धन भी अर्जित कर लेते हैं।

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टीम लीड में होते हैं माहिर

धनिष्ठा नक्षत्र के स्वामी मंगल ग्रह हैं, जिन्हें ग्रहों का सेनापति कहा जाता है। मंगल ग्रह व्यक्ति में साहस, ऊर्जा, नेतृत्व क्षमता और दृढ़ संकल्प को बढ़ाते हैं। यही कारण है कि धनिष्ठा नक्षत्र में जन्मे लोग मंगल ग्रह के प्रभाव से स्वाभाविक रूप से नेतृत्व क्षमता, साहस और संगठन कौशल से संपन्न होते हैं। उनकी निर्णय लेने की क्षमता, प्रभावी संवाद शैली और टीम को प्रेरित करने की योग्यता उन्हें एक उत्कृष्ट टीम लीडर बनाती है।

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विपरीत परिस्थितियों में रहते हैं कूल

मंगल के प्रभाव से इन लोगों में तेजी से निर्णय लेने और समस्याओं का समाधान निकालने की क्षमता होती है। वे विपरीत परिस्थितियों में भी ठंडे दिमाग से सोचकर टीम को सही दिशा में ले जाते हैं। इनमें स्वाभाविक रूप से एक ऊर्जावान और क्रियाशील स्वभाव होता है। वे टीम में जोश भरते हैं और अपने कार्यों से दूसरों को प्रेरित करते हैं।

बेहद अमीर होते हैं इस नक्षत्र के लोग

‘धनिष्ठा’ का अर्थ है ‘सबसे धनवान’, जो समृद्धि और संपत्ति का प्रतीक है। इस नक्षत्र में जन्मे लोग स्वभाव से मेहनती होते हैं और अपने प्रयासों से आर्थिक सफलता हासिल करते हैं। ये न केवल धन अर्जित करने में कुशल होते हैं, बल्कि समझदारी से उसकी बचत और प्रबंधन भी करते हैं। यही कारण है कि अक्सर धनिष्ठा नक्षत्र के जातक जीवन में अत्यधिक समृद्धि प्राप्त करते हैं।

हर काम को मानते हैं अपना काम

यह धनिष्ठा नक्षत्र में जन्मे लोगों का एक विशेष गुण है कि ये चाहे कोई काम हो, अपना, पराया या प्रोफेशन, हर काम को अपना मानकर करते हैं, उस काम में दिलो-दिमाग झोंक देते हैं। परिणाम यह होता है कि काम का रिजल्ट इनके हक में होता है और शानदार होता है। दरअसल ये लोग, ये लोग स्पष्ट विचार रखते हैं और अपनी काम को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करते हैं।

विवाह के बाद कमाते हैं अधिक

धनिष्ठा नक्षत्र के लोगों को अपने भाई-बहन से ज्यादा लगाव होता है। यह देखा गया है कि इनको बड़े भाई और बहन से खूब मदद मिलती है। साथ ही, इनकी पत्नी भी इनके लिए भाग्यशाली साबित होती हैं और विवाह के बाद ये लोग ज्यादा धन कमा पाने में सफल होते हैं। ससुराल पक्ष से भी भरपूर सहयोग मिलता है।

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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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Edited By

Shyam Nandan

First published on: Feb 05, 2025 07:24 PM

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