Surya Gochar 2025: 8 जून 2025 को सूर्य वृषभ राशि में रहते हुए मृगशिरा नक्षत्र में सुबह 7 बजकर 26 मिनट पर गोचर करेंगे, और फिर 15 जून 2025 को मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। वैदिक ज्योतिष में सूर्य को आत्मा, आत्मविश्वास, और नेतृत्व का कारक माना जाता है। वहीं, मृगशिरा नक्षत्र, जो मंगल और चंद्रमा के प्रभाव में होता है, रचनात्मकता और खोजी प्रवृत्ति को बढ़ाता है।
मिथुन राशि में सूर्य का गोचर बुद्धि, संचार, और सामाजिकता को प्रोत्साहित करता है। यह गोचर कुछ राशियों के लिए विशेष रूप से लाभकारी होगा। खासकर उनके करियर, स्वास्थ्य, और सामाजिक जीवन में लाभ की स्थिति बनेगी।
सूर्य गोचर का ज्योतिषीय प्रभाव
8 जून से 14 जून तक सूर्य वृषभ राशि में मृगशिरा नक्षत्र में रहेंगे। वृषभ राशि शुक्र की राशि है, जो सुख और समृद्धि से जुड़ी है, जबकि मृगशिरा नक्षत्र रचनात्मकता और नए अवसरों का कारक है। 15 जून से सूर्य मिथुन राशि में गोचर करेंगे, जो बुध की राशि है और संचार, बुद्धि, और व्यापार से संबंधित है। इस गोचर का प्रभाव विभिन्न राशियों के अलग-अलग भावों में होगा। आइए जानते हैं कि सूर्य का यह गोचर किन राशियों के लिए शुभ रहेगा और इस दौरान क्या करना चाहिए।
मेष राशि
मेष राशि के स्वामी मंगल हैं, जो साहस और ऊर्जा के कारक हैं। 8 जून से सूर्य आपके द्वितीय भाव में मृगशिरा नक्षत्र में रहेंगे, जो धन और वाणी से जुड़ा है। 15 जून से सूर्य तृतीय भाव में मिथुन राशि में गोचर करेंगे, जो साहस और संचार का भाव है। इस गोचर से आपकी आय में वृद्धि होगी। नौकरी में तरक्की के अवसर मिलेंगे। आपकी वाणी प्रभावशाली बनेगी, जिससे सामाजिक और पेशेवर जीवन में लाभ होगा। व्यापार में नए प्रोजेक्ट शुरू हो सकते हैं। हालांकि, अति आत्मविश्वास से बचें।
उपाय: रविवार को सूर्य को जल अर्पित करें।
सिंह राशि
सिंह राशि के स्वामी सूर्य हैं, जो आत्मविश्वास और नेतृत्व के कारक हैं। 8 जून से सूर्य आपके दशम भाव में मृगशिरा नक्षत्र में रहेंगे, जो करियर और प्रतिष्ठा से जुड़ा है। 15 जून से सूर्य एकादश भाव में मिथुन राशि में गोचर करेंगे, जो आय और सामाजिक दायरे से संबंधित है। इस गोचर से नौकरी में प्रमोशन और बिजनेस में विस्तार के योग बनेंगे। सामाजिक दायरा बढ़ेगा। नए प्रभावशाली लोगों से मुलाकात होगी। स्वास्थ्य में सुधार होगा। हालांकि, अहंकार से बचें।
उपाय: सूर्य मंत्र ‘ॐ सूर्याय नमः’ का 108 बार जाप करें।
तुला राशि
तुला राशि के स्वामी शुक्र हैं, जो सुख और प्रेम के कारक हैं। 8 जून से सूर्य आपके अष्टम भाव में मृगशिरा नक्षत्र में रहेंगे, जो परिवर्तन और गहरे अनुसंधान से जुड़ा है। 15 जून से सूर्य नवम भाव में मिथुन राशि में गोचर करेंगे, जो भाग्य और यात्रा से संबंधित है। इस गोचर से विदेश यात्रा या विदेश से जुड़े कार्यों में सफलता मिलेगी। करियर में नए अवसर मिलेंगे। आध्यात्मिक रुचि बढ़ेगी। परिवार में खुशी का माहौल रहेगा। हालांकि, जल्दबाजी में निर्णय लेने से बचें।
उपाय: शुक्रवार को लक्ष्मी माता को कमल का फूल अर्पित करें।
धनु राशि
धनु राशि के स्वामी बृहस्पति हैं, जो ज्ञान और समृद्धि के कारक हैं। 8 जून से सूर्य आपके षष्ठम भाव में मृगशिरा नक्षत्र में रहेंगे, जो शत्रु और स्वास्थ्य से जुड़ा है। 15 जून से सूर्य सप्तम भाव में मिथुन राशि में गोचर करेंगे, जो साझेदारी और रिश्तों से संबंधित है। इस गोचर से शत्रुओं पर विजय मिलेगी। स्वास्थ्य में सुधार होगा। बिजनेस में साझेदारी से लाभ होगा। प्रेम और वैवाहिक जीवन में मधुरता आएगी। हालांकि, अनावश्यक बहस से बचें।
उपाय: गुरुवार को विष्णु भगवान की पूजा करें।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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