Sindoor Rules: हिंदू धर्म में सुहागिन महिलाएं सुहाग को बनाए रखने के लिए मांग में सिंदूर, गले में मंगलसूत्र और पैर की उंगलियों में बिछिया जरूर पहनती है। ये तीनों श्रृंगार सुहागन होने की निशानी होती हैं। सुहागिन महिलाएं जिस स्थान पर सिंदूर लगाती हैं, उस स्थान को मांग कहते हैं। इस स्थान का विशेष महत्व होता है।
ज्योतिष शास्त्र में सुहागिन महिलाओं को सिंदूर लगाने के कुछ नियम बताएं गए हैं, जिनका पालन करना बहुत ही जरूरी होता है। मान्यता है जो महिला इन नियमों का पालन नहीं करती हैं उनका वैवाहिक जीवन परेशान हो जाता है। तो आइए सिंदूर लगाने के नियमों के बारे में जानते हैं।
सिंदूर लगाने का नियम
अपनी सिंदूरदानी का करें प्रयोग
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, महिलाओं को अपनी खुद की सिंदूरदानी का प्रयोग करना चाहिए। अक्सर महिलाएं एक दूसरे को सिंदूरदानी में से सिंदूर दे देती हैं। लेकिन ऐसा करना बिल्कुल गलत है। यह आपके सुहाग की निशानी है। इसलिए अपनी सिंदूरदानी में से किसी दूसरे को सिंदूर न दें, बल्कि खुद प्रयोग करें।
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दिशा का रखें ध्यान
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सुहागिन महिलाओं को सिंदूर लगाते समय दिशा का जरूर ध्यान रखना चाहिए। मान्यता है कि सिंदूर लगाते समय दक्षिण दिशा की तरफ मुंह न करें। ऐसा करने से जीवन पर नकारात्मकता आती है। साथ ही वैवाहिक जीवन में बुरा प्रभाव डालती है।
मांग में भरे सिंदूर
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सुहागिन महिलाओं को मांग में ही सिंदूर भरना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा नहीं करने से मुसीबत आने लगती हैं।
मांग में छिपाएं सिंदूर
सुहागिन महिलाओं को सिंदूर लगाने के बाद मांग को ढ़क लेना चाहिए। ऐसा नहीं करने से पति की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचा सकता है।
मांग पर चुन्नी रखें
सुहागिन महिलाओं को सिंदूर करने के बाद मांग को हमेशा चुन्नी से ढकना चाहिए। मान्यता है ऐसा नहीं करने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद नहीं मिलता है।
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डिस्क्लेमर:यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है।News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।