Shukra Rashi Parivartan: वैदिक ज्योतिष के अनुसार, ग्रहों और राशियों का खास संबंध है। इसलिए ग्रहों के राशि परिवर्तन से सभी राशियों पर अच्छा और बुरा दोनों प्रभाव होने की संभावना होती है। 31 जुलाई 2024 को शुक्र अपना राशि परिवर्तन कर चुके हैं। वे कर्क राशि से निकलकर सिंह राशि में गोचर करेंगे और इस राशि में वे 24 अगस्त की मध्य रात्रि तक विराजमान रहेंगे। सुख और वैभव के दाता शुक्र के इस राशि परिवर्तन से 3 राशियों के जातकों के जीवन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। आइए जानते हैं, ये 3 राशियां कौन-सी हैं और क्या उपाय करने से शुक्र दोष समाप्त होंगे?
शुक्र के राशि परिवर्तन का राशियों पर असर
कर्क राशि
हर काम में सफलता पाने के लिए संघर्ष करना पड़ सकता है। बनता हुआ काम भी बिगड़ सकता है। आर्थिक नुकसान से जीवन की परेशानियां बढेंगी। ऑफिस में नई-नई चुनौतियों से जूझना पड़ सकता है। मैरिड लाइफ में संकट की स्थिति बन सकती है। स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल असर होने के योग हैं।
वृश्चिक राशि
बिजनेस में अभी कोई नया निवेश न करें। व्यापार में जोखिम बढ़ेगा, धन हानि के योग हैं। नौकरीपेशा जातक अभी गाड़ी या मकान लेने से बचें, भारी आर्थिक नुकसान हो सकता है। स्टूडेंट्स जातकों का पढ़ाई में मन नहीं लगेगा। हसबैंड-वाइफ में पारिवारिक मुद्दों पर विवाद बढ़ सकता है।
कुंभ राशि
व्यापारियों के लिए आर्थिक दृष्टिकोण से समय अनुकूल नहीं है। कई प्रकार से धन हानि के योग बन रहे हैं। लेनदेन में सावधान रहे। ऑफिस में बॉस या कलीग से अनबन हो सकती है। नौकरी छूटने की नौबत आ सकती है। धन की आमद घटने से पारिवारिक जीवन में संकट बढ़ सकता है।
शुक्र ग्रह के दोष दूर करने के उपाय
- अधिक से अधिक सफेद रंग के वस्त्र और सुंदर परिधान धारण करें।
- चीनी, चावल, दही, सफेद कपड़े, आईना और अन्य सफेद वस्तुओं का दान करें।
- स्वयं की देखभाल और अपनी सुंदरता पर ध्यान दें। हर रोज अच्छी खुशबू की परफ्यूम या इत्र का प्रयोग करें।
- जिनसे भी आपका संपर्क हो या काम बने, उनके प्रति कृतज्ञता और आभार जताएं।
- अच्छा सुखदायक और मधुर संगीत सुनें। यह उपाय शुक्र दोष को कम करता है।
- यदि नृत्य (डांस) जानते हैं, तो जरूर करें। इससे शुक्र का नकारात्मक असर तुरंत दूर हो जाता है।
- सफेद हीरा या ओपल (Opal) पहनें। इसे अंगूठी के रूप में या अन्य आभूषणों के साथ जड़ कर पहन सकते हैं।
- शुक्रवार को और महीने की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को मां लक्ष्मी और कृष्ण पक्ष की अष्टमी को भगवान कृष्ण की प्रार्थना करें।
- यदि कुंडली में गंभीर शुक्र दोष है, तो प्रतिदिन शुक्र मंत्र “ॐ शुं शुक्राय नमः” (Om Shum Shukraya Namah) पाठ करें।
ये भी पढ़ें: 11वें दिन ही खत्म हो गई होती महाभारत, दुर्योधन की एक गलती से पलट गया पूरा खेल, भीष्म भी हुए बेबस
ये भी पढ़ें: Palmistry: पति के लिए बेहद लकी होती हैं ये महिलाएं, जिनकी हथेली पर होती हैं ये खास रेखाएं और निशान
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।