Shukra Gochar 2025: वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह को प्रेम, सौंदर्य, वैभव, कला, और भौतिक सुखों का कारक माना जाता है. यह ग्रह जीवन में सुख-समृद्धि, रचनात्मकता और रिश्तों में मधुरता लाता है. 12 सितंबर 2025 की सुबह 6 बजकर 32 मिनट पर शुक्र ग्रह कर्क राशि में रहते हुए, अश्लेषा नक्षत्र के चतुर्थ पद (26°40′ से 30°00′ कर्क) में गोचर करेंगे. अश्लेषा नक्षत्र के स्वामी बुध हैं. ये भावनात्मक गहराई, बौद्धिक चपलता और रचनात्मक ऊर्जा से जुड़े हुए हैं, जबकि कर्क राशि में चंद्रमा के प्रभाव में परिवार, भावनात्मक स्थिरता और घरेलू सुखों को दर्शाती है.
इस गोचर का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा, लेकिन कुछ राशियां विशेष रूप से लाभान्वित होंगी. दरअसल अश्लेषा नक्षत्र का चतुर्थ पद राहु के प्रभाव में आता है, जो तीव्र इच्छाओं, परिवर्तनकारी ऊर्जा, और महत्वाकांक्षाओं को प्रेरित करता है. शुक्र का इस पद में गोचर भावनात्मक गहराई के साथ-साथ प्रेम, कला, और रचनात्मकता में प्रगति का संकेत देता है. यह समय प्रेम-संबंधों को मजबूत करने, रचनात्मक कार्यों में सफलता पाने और आर्थिक मामलों में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए अनुकूल है.
हालांकि, राहु का प्रभाव कभी-कभी भावनात्मक अस्थिरता या अतिशय इच्छाओं को जन्म दे सकता है, इसलिए संतुलन बनाए रखना आवश्यक है. कर्क राशि में शुक्र का होना घरेलू जीवन, परिवार, और भावनात्मक बंधनों को और मजबूत करेगा. आइए जानते हैं कि किन राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर अच्छा रहने वाला है?
मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर उनके दूसरे भाव को प्रभावित करेगा. यह भाव धन, वाणी, और पारिवारिक सुख से संबंधित है. यह गोचर मिथुन राशि वालों के लिए आर्थिक दृष्टिकोण से शुभ रहेगा. इस दौरान आपकी वित्तीय स्थिरता बढ़ेगी और निवेश या बचत से संबंधित निर्णय लाभकारी सिद्ध होंगे. कला, लेखन, या संगीत से जुड़े लोग अपनी रचनात्मकता के बल पर मान-सम्मान प्राप्त करेंगे. प्रेम और वैवाहिक जीवन में मधुरता आएगी और परिवार में सौहार्दपूर्ण माहौल रहेगा. इस गोचर का अधिकतम लाभ उठाने के लिए मिथुन राशि वालों को अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना होगा, क्योंकि अश्लेषा नक्षत्र का प्रभाव कभी-कभी तीखी बातें कहलवा सकता है. अनावश्यक खर्चों से बचें और वित्तीय जोखिम लेने से पहले अच्छी तरह विचार करें.
उपाय: शुक्रवार को माता लक्ष्मी की पूजा करें और गरीबों को सफेद मिठाई या चावल का दान करें.
कर्क राशि
कर्क राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर उनके प्रथम भाव को प्रभावति करेगा. यह भाव व्यक्तित्व, स्वास्थ्य, और आत्मविश्वास को प्रभावित करता है. यह गोचर कर्क राशि वालों के आकर्षण और आत्मविश्वास को बढ़ाएगा. इससे आपका व्यक्तित्व निखरेगा और लोग आपकी ओर आकर्षित होंगे. प्रेम और वैवाहिक जीवन में रोमांस और मधुरता का अनुभव होगा. कला, शिक्षा, या रचनात्मक क्षेत्रों से जुड़े लोगों को विशेष सफलता मिलेगी, और करियर में नए अवसर प्राप्त होंगे. यह समय आत्म-विकास और नई शुरुआत के लिए भी अनुकूल है. हालांकि, राहु का प्रभाव भावनात्मक उतार-चढ़ाव ला सकता है, इसलिए संयम बरतना जरूरी है. भावनाओं पर नियंत्रण रखें और परिवार, विशेषकर माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें.
उपाय: शुक्रवार को सफेद वस्त्र पहनें और माता दुर्गा को खीर का भोग लगाएं.
कन्या राशि
कन्या राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर आपके 11वें भाव को प्रभावित करेगा. यह भाव लाभ, मित्र, और इच्छापूर्ति का है. यह गोचर कन्या राशि वालों के लिए अत्यंत शुभ रहेगा. इस दौरान आर्थिक लाभ, सामाजिक प्रतिष्ठा और नए अवसरों की प्राप्ति होगी. नौकरीपेशा लोगों को कार्यस्थल पर मान-सम्मान मिलेगा और व्यवसाय में निवेश से अच्छा रिटर्न मिल सकता है. प्रेम और मित्रता में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे और आपका सामाजिक दायरा बढ़ेगा. कला या रचनात्मक कार्यों से जुड़े लोग अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकेंगे. जल्दबाजी में निर्णय लेने से बचें और अपने मित्रों के साथ विश्वास बनाए रखें.
उपाय: शुक्रवार को किसी जरूरतमंद को सफेद वस्त्र या चावल दान करें.
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर आपके नवम भाव को प्रभावित करेगा. यह भाव भाग्य, उच्च शिक्षा, और आध्यात्मिकता का है. यह गोचर वृश्चिक राशि वालों के लिए भाग्यवर्धक रहेगा. इस दौरान करियर में प्रगति, विदेश यात्रा या उच्च शिक्षा से संबंधित अवसर प्राप्त हो सकते हैं. प्रेम और वैवाहिक जीवन में स्थिरता आएगी और परिवार के साथ बिताया गया समय सुखद रहेगा. कला, लेखन, या आध्यात्मिक गतिविधियों में रुचि बढ़ेगी. यह समय दीर्घकालिक योजनाओं के लिए भी अनुकूल है. जोखिम भरे निवेश से बचें और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें.
उपाय: शुक्रवार को माता लक्ष्मी को कमल के फूल अर्पित करें.
मकर राशि
मकर राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर आपके सातवें भाव को प्रभावित करेगा. यह भाव साझेदारी, विवाह, और व्यापार से संबंधित है. यह गोचर मकर राशि वालों के लिए प्रेम और वैवाहिक जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगा. अविवाहित लोगों के लिए विवाह के प्रस्ताव आ सकते हैं. व्यापार में साझेदारी से लाभ होगा, और नए व्यावसायिक अवसर प्राप्त होंगे. सामाजिक और पेशेवर रिश्तों में मधुरता बढ़ेगी. यह समय रचनात्मक कार्यों और कला से जुड़े प्रोजेक्ट्स के लिए भी अनुकूल है. रिश्तों में पारदर्शिता बनाए रखें और जल्दबाजी में निर्णय न लें.
उपाय: शुक्रवार को सफेद चंदन का तिलक लगाएं और माता संतोषी की पूजा करें.
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है. News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है.