Guru Shukra Yuti Rashifal: ज्योतिष शास्त्र में दो ग्रह सबसे अधिक शुभ माने गए हैं। ये हैं- शुक्र और बृहस्पति। शुक्र दानवों और असुरों के गुरु हैं, इसलिए उन्हें ‘दैत्याचार्य’ कहा गया है। वहीं, बृहस्पति देवताओं के गुरु होने के कारण ‘देवगुरु’ के रूप में प्रतिष्ठित हैं। जिस प्रकार दानवों और देवताओं में शत्रुता है, उसी प्रकार दैत्यगुरु शुक्राचार्य और देवगुरु बृहस्पति एक-दूसरे को देखना पसंद नहीं करते हैं। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, वे दोनों एक-दूसरे के घोर विरोधी है और उन दोनों की आपस में कट्टर दुश्मनी है। आप समझ सकते हैं, जब ये दोनों कुंडली में आमने-सामने होते होंगे या एक दूसरे के साथ होंगे, तो किसी व्यक्ति के जीवन पर क्या असर होता होगा?
बता दें, 19 मई, 2024 को राशि परिवर्तन कर जब शुक्र ग्रह वृषभ राशि में गए हैं, तो उस राशि यानी वृषभ में बृहस्पति ग्रह पहले से ही विराजमान हैं। बृहस्पति भी इसी महीने की पहली तारीख यानी 1 मई को राशि परिवर्तन कर वृषभ में गोचर किए थे। दूसरी महत्वपूर्ण बात यह समझनी है कि वृषभ राशि के स्वामी ग्रह शुक्र हैं, इसलिए यहां शुक्र बली यानी मजबूत स्थिति में हैं, जबकि शत्रु ग्रह की राशि (वृषभ) में बैठे होने के कारण गुरु ग्रह बृहस्पति पीड़ित यानी दूषित हो गए हैं। वृषभ राशि में गुरु और शुक्र की युति (Guru Shukra Yuti) से 3 राशियों के जीवन में उथल-पुथल मच सकती हैं। आइए जानते है, ये 3 राशियां कौन-सी हैं और इन राशियों के जातकों के जीवन पर क्या असर पड़ेगा?
गुरु-शुक्र युति का राशियों पर असर (Guru Shukra Yuti Rashifal)
तुला राशि:
तुला राशि के जातकों पर गुरु और शुक्र की युति काफी नकारात्मक असर हो सकता है। स्वभाव में असंतोष और चिड़चिड़ापन बढ़ सकता है, बेवजह भी हो सकता है। परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों के साथ संबंध में तनाव बढ़ने के आसार हैं। पारिवारिक झगड़े के कारण परिवार सहित समाज में मान-सम्मान कम होने की संभावना है। फिजूलखर्ची बढ़ेगी, जबकि आय में कमी हो सकती है। इससे धन संकट बढ़ सकता है। विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं, जैसे- स्किन डिजीज, डायबिटीज या सेक्सुअल प्रॉब्लम बेहद परेशान कर सकती हैं। यात्रा में कष्ट या वाहन दुर्घटना भी हो सकती है।
कुंभ राशि:
गुरु-शुक्र युति (Guru Shukra Yuti) से कुंभ राशि के जातकों के जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने के योग बन रहे हैं। आपके स्वाभाव में अहंकार और घमंड आ सकता है, जो हर प्रकार रिश्ते और काम को प्रभावित कर सकता है। वहीं, आप केवल अपनी जरूरतों और इच्छाओं को प्राथमिकता देंगे, जिससे परिवार के सदस्यों, विशेष कर भाइयों, में असंतोष बढ़ेगा और रिश्ते में खटास आएगी। इसकी भरपाई करना मुश्किल होगा। परिवार में बंटवारा भी हो सकता है। व्यवसाय में समस्याएं आने की संभावना है। साथ काम करने वाले लोग धोखा दे सकते हैं या दूर हो सकते हैं। धन की आमद काफी घट जाने चांसेज हैं। यह आपकी चिंता इस हद तक बढ़ा सकती है कि आप बीपी और हृदय संबंधी रोगों का शिकार बन सकते हैं।
मीन राशि:
मीन राशि के जातकों पर गुरु और शुक्र की युति (Guru Shukra Yuti) का असर बहुत प्रतिकूल रहने के योग दर्शा रहा है। आपका स्वाभाव अत्यधिक आलोचनात्मक और नकारात्मक हो जाने की संभावना है। आपमें बात-बात पर लोगों की मीनमेख निकालने की प्रवृत्ति बढ़ सकती है। वहीं दूसरी ओर आप अपनी खामियों को दबाने का प्रयास भी करेंगे। इससे अपने परिवार के लोग, मित्र और रिश्तेदार आपसे कट कर रहने लग सकते हैं। ऐसी परिस्थिति में आप खुद को अकेले पाएंगे, जो गहरे डिप्रेशन में धकेल देगा। अंततः इसका असर काम, व्यवसाय, नौकरी और करियर पड़ेगा। धन की कमी होने से समस्याएं और बढ़ सकती है। कर्ज में डूब सकते हैं, जिसे चुकाना काफी कठिन मामला हो सकता है। स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल असर होने की संभावना है, पेट संबंधी गड़बड़ियां हो सकती हैं या किसी प्रकार का मानसिक विकार हो सकता है।
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