Sharad Purnima 2022: आज शरद पूर्णिमा का पावन पर्व है। ऐसे तो हर महीने में पूर्णिमा आती है, लेकिन अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा का हिंदू धर्म में बहुत ही ज्यादा महत्व है। इसे शरद पूर्णिमा और रास पूर्णिमा भी कहा जाता है। चंद्रमा शरद पूर्णिमा की रात पृथ्वी के सबसे नजदीक होता है। मान्यता है कि शरद पूर्णिमा की रात चंद्रमा की किरणें आकाश से अमृत वर्षा करती हैं।
इतना ही नहीं धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक इस दिन माता लक्ष्मी धरती पर आती हैं और अपने भक्तों पर कृपा बरसाती हैं। साथ ही वो अपने भक्तों की समस्याओं को दूर करने के लिए वरदान देती हैं।
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शरद पूर्णिमा पर न करें ये काम (Do not do these work on Sharad Purnima)
- इस दिन घर को गंदा न रखें, गंदगी में मां लक्ष्मी का आगमन नहीं होता है।
- शरद पूर्णिमा दिन माता लक्ष्मी धरती पर आती हैं और विचरण करते वक्त जिसका घर खुला होता है वहां प्रवेश करती हैं। ऐसे में आप शरद पूर्णिमा की रात घर के मुख्य द्वार को बंद करके न रखें। कुछ समय के लिए खोल दें।
- इस रात घर में अंधकार न रखें। अंधेरा नकारात्मकता का प्रतीक है।
- इस दिन चंद्रमा से जुड़ी वस्तुओं का अनादर न करें, चंद्र दोष लग सकता है।
- कुंडली में चंद्रमा से माता के संबंधों का विचार किया जाता है, इसलिए शरद पूर्णिमा को अपनी माता का अपमान न करें, उनको किसी बात से तकलीफ न दें।
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